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लालू यादव को स्वस्थ होने में लगेगा एक महीने का वक्त, दिल्ली एम्स ने बताया

सौरभ शुक्ला Ranchi: चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता और पिछले ढाई महीने से दिल्ली एम्स में इलाजरत राजद सुप्रीमो लालू">https://en.wikipedia.org/w/index.php?search=%E0%A4%B2%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A5%82+%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%A6+%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%B5&title=Special%3ASearch&profile=advanced&fulltext=1&advancedSearch-current=%7B%7D&ns0=1">लालू

प्रसाद यादव के स्वास्थ्य को लेकर होटवार जेल प्रशासन की ओर से एम्स के निदेशक को पत्र लिखा गया था. बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार के जेल अधीक्षक ने लालू के स्वास्थ्य की जानकारी को लेकर एम्स निदेशक को पत्र लिखा है. जेल आईजी विरेंद्र भूषण ने बताया कि 22 मार्च को दिल्ली एम्स से पत्र के माध्यम से जवाब आया है कि अभी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के स्वास्थ्य को स्थिर होने में तीन से चार सप्ताह और लगेगा. उन्होंने कहा कि पत्र के माध्यम से जो जानकारी एम्स द्वारा दी गयी है. उसके अनुसार लालू प्रसाद के स्वास्थ्य में आंशिक रूप से सुधार हो रहा है. तीव्र सुधार नहीं हो रहा है. एम्स के कहना है कि लालू प्रसाद का स्वास्थ्य अभी ऐसा नहीं है कि उन्हें एम्स से रीलीज किया जा सके. [caption id="attachment_45638" align="aligncenter" width="1080"]https://english.lagatar.in/wp-content/uploads/2021/04/0ab82218-5ead-499e-ae89-d561548cc01d.jpg"

alt="" width="1080" height="592" /> दिल्ली एम्स से मिली जानकारी शेयर करते वीरेंद्र भूषण, जेल आईजी[/caption]

23 जनवरी को इलाज के लिए रिम्स से एम्स शिफ्ट हुए थे लालू

गौरतलब है कि लालू प्रसाद का पिछले ढाई महीने से भी अधिक समय से एम्स दिल्ली में इलाज चल रहा हैं. 72 वर्षीय लालू को करीब 18 तरह की बीमारियां हैं. रिम्स में इलाज के दौरान तबीयत बिगड़ने पर लालू को 23 जनवरी को रिम्स के आठ सदस्यीय मेडिकल बोर्ड की टीम ने जांच के बाद दिल्ली स्थित एम्स में बेहतर इलाज के लिए भेजने की अनुशंसा की थी. इसके बाद एयर एम्बुलेंस से परिवार के सदस्य उन्हें रांची रिम्स से दिल्ली एम्स लेकर गए थे.

18 तरह की बीमारियों से ग्रसित हैं लालू प्रसाद यादव

बता दें कि लालू प्रसाद करीब 18 तरह की बीमारियों से ग्रसित हैं. इनमें टाइप टू डायबिटीज, हाइपरटेंशन, पेरिएनल एब्सेस, किडनी इंज्यूरी एंड क्रोनिक किडनी डिजीज, पोस्ट वॉल्व रिप्लेसमेंट, प्रोस्थेटिक हाइपर प्लेसिया, सेकेंड्री डिप्रेशन, लो बैक डिफ्यूज डिस्क, लेफ्ट आई इमैच्योर कैटरेक्ट, राइट लोवर पोल रेनल, प्राइमरी ओपन एंगल ग्लूकोमा, हाइट्रोजेनस थैलेसिमिया, विटामिन डी डिफिशिएंसी समेत ग्रेड वन फैटी लीवर की बीमारियां शामिल हैं. https://english.lagatar.in/know-why-some-independent-candidates-are-seeking-votes-for-others-by-nominating-themselves-in-madhupur/45598/

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