Latehar/Ranchi : कोरोना संक्रमण की रफ्तार में कमी आना राज्य के लिए राहत की बात है. राज्य सरकार ने सूबे के ग्रामीण इलाकों पर विशेष फोकस किया है. इस दिशा में लातेहार जिला प्रशासन की ओर से कई पहल भी की गई है. जिला प्रशासन की पहल से जिलावासियों में एक विश्वास का महौल भी तैयार हुआ है. इसमें ग्रामीणों का सहयोग भी मिल रहा है. जिले में कोरोना टीका को लेकर ग्रामीणों मेंं फैले भ्रम दूर होते जा रहे हैं. उपायुक्त अबु इमरान स्वयं इन कार्यों का मॉनिटरिंग भी कर रहे हैं. वर्तमान समय में जिला में 1816 कोविड मरीज हैं, जबकि 54 लोगों की मौत हो चुकी है.
जिले में टेस्टिंग और वैक्सीनेशन बढ़ाने पर किया जा रहा फोकस
जिले के ग्रामीण इलाकों में संक्रमण रोकने के लिए एक ओर टेस्टिंग को बढ़ाने के लिय महुआडांड़ में भी कोरोना जांच की व्यवस्था की गई है. जिले में वैक्सीनेशन को लेकर भ्रांतियों को दूर करने और टीकाकरण के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने का काम भी किया जा रहा है.सदर अस्पताल में आईसीयू निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है.आइसीयू में निर्बाध ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए सदर अस्पताल परिसर में एनएचएआई सहयोग से ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की दिशा में कार्य शुरू हुआ है.
टीकाकरण को लेकर जिला के युवाओं में उत्साह
जिले में 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों में कोविड टीकाकरण को लेकर दिख रहा उत्साह देखने को मिल रहा है. पिछले चार दिनों में कुल 5068 लोगों ने टीका लगवाया. जबकि पांचवें दिन भी 1624 युवाओं ने टीका लिया.
जिले में सब्जी विक्रेताओं से लेकर ऑटो चालकों की जा रही कोरोना जांच
जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंड मुख्यालय तक लोगों के संपर्क में आने वाले वैसे सभी लोगों की जांच की जा रही है, जिनमें दुकानदारों, सब्जी मार्केट के सब्जी विक्रेताओं, ग्राहकों और ऑटो चालक शामिल हैं.
कोरोना से मारे गये लोगों के परिजनों को दिये जा रहे मुख्यमंत्री राहत किट
जिला प्रशासन लातेहार द्वारा कोरोना संक्रमण से मृत व्यक्तियों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत किट के साथ दो हजार रुपये राशि दी जा रही है. जिले में राहत किट के लिए सीएसआर फंड का प्रयोग किया जा रहा है. राहत किट में 50 किलो चावल, 15 किलो आटा, 5 किलो दाल, 5 किलो आलू, 2 किलो सरसों जिला प्रशासन दे रहा है.
सरकारी अस्पतालों में मेडिकल इक्विपमेंट इलाज के लिए लाया गया
कोरोना से जंग के लिए लातेहार जिला प्रशासन को तैयार कर चुका है. जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, रेफरल अस्पताल गारू, सदर अस्पताल और डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर राजहार में युद्धस्तर पर मेडिकल इक्विपमेंट उपलब्ध कराया गया है. इसमें ऑक्सीजन फ्लोमीटर, ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, डिस्पोजेबल बेडशिट, ट्रॉली स्ट्रेचर, ऑक्सीजन सिलेंडर ट्रॉली मौजूद हैं. इन कार्यों का उपायुक्त अबू इमरान खुद मॉनिटरिंग भी करते हैं.
जिले में ग्रामीणों को जागरूक कर रहीं सेविका, सहिया
आंगनबाड़ी सेविका, सहिया और स्वयं सहायता की दीदियों द्वारा गांव भ्रमण कर कोरोना संक्रमण से बचाव के तरीके बता रही हैं. वहीं जिला प्रशासन की ओर से इन्हें प्रशिक्षित मरीजों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल भी भेजा जा रहा है.आंगनबाड़ी सेविका, सहिया और स्वयं सहायता की दीदियों के द्वारा ग्रामीणों का ऑक्सीजन लेबल मापा जा रहा है और कोविड नियमों के पालन के प्रति जागरूक करने का काम भी किया जा रहा है.
लातेहार जिले का निद्रा गांव कोरोना से अबतक सुरक्षित
कोरोना की दूसरी लहर से पूरा देश परेशान है. वहीं लातेहार जिले का निद्रा गांव महामारी से पूरी तरह सुरक्षित है. यह गांव जिला के जागरूक गांव में से एक है. गांव के लोग में कोरोना को लेकर जागरूक के साथ साथ सरकार की ओर से जारी हर सरकारी निर्देशों का पालन भी किया जाता है. यहां के ग्रामीण एक माह से अपना गांव छोड़कर दूसरी जगहों पर नहीं गए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि सरकारी निर्देश जारी होने पर ही अब गांव से बाहर निकलेंगे. मंगल टाना भगत कहते हैं कि यहा के गांव में अभी तक टीकाकरण के लिए कैंप नहीं लगा है, न ही वे लोग मुख्यालय जाकर टीका लिए हैं. गांव में कैंप लगेगा तो वे जरूर टीका लेंगे.