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LG ने अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले पहले जत्थे को जम्मू से रवाना किया


Jammu/Kashmir : उपराज्यपाल (LG) मनोज सिन्हा ने आज बुधवार को 38 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले पहले जत्थे को जम्मू से रवाना किया. उपराज्यपाल ने भगवती नगर बेस कैंप से जत्थे को झंडी दिखाई. श्रद्धालुओं ने हर हर महादेव और बम बम भोले'के जयकारे लगाये. हालांकि आधिकारिक तौर पर यात्रा की शुरुआत 3 जुलाई, गुरुवार से होगी. 

 

 

जम्मू के अलावा पंजाब के पठानकोट से भी यात्रियों के जत्थे को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया गया. पठानकोट   से श्रद्धालु बालटाल होकर बाबा बर्फानी गुफा पहुंचेंगे. जानकारी के अनुसार 38 दिन तक चलने वाली यात्रा पहलगाम और बालटाल दोनों रास्तों से होगी.  यात्रा का समापन 9 अगस्त रक्षाबंधन के दिन होगा.

 

जान लें कि पिछले साल 52 दिन चली यात्रा में 5 लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन किये थे, खबरों के अनुसार इस साल अब तक 3.5 लाख से ज्यादा तीर्थयात्री अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं.  रजिस्ट्रेशन के लिए जम्मू में सरस्वती धाम, वैष्णवी धाम, पंचायत भवन और महाजन सभा में सेंटर बनाये गये हैं.  

 

 पहलगाम रूट की बात करें तो इस रूट से गुफा तक पहुंचने में तीन  दिनों का समय लगता हैं. इस रास्ते को आसान करार दिया जाता है.  इस रूट में खड़ी चढ़ाई नहीं है.पहलगाम से निकलने पर पहला पड़ाव चंदनवाड़ी पड़ता है.ये बेस कैंप से 16 किमी दूर है. तीन किमी की यात्रा के  बाद पिस्सू टॉप पहुंचा जा सकता है.  यहां से यात्रा 9 किमी चल कर शाम तक शेषनाग पहुंचती है.

 

यात्री अगले दिन शेषनाग से यात्री पंचतरणी पहुंचते है. पंचतरणी शेषनाग से लगभग 14 किमी दूर है. पंचतरणी से गुफा सिर्फ 6 किमी दूर है.
जानकारी के अनुसार बाबा अमरनाथ दर्शन के लिए बालटाल रूट से भी जा सकते है.  इसमें सिर्फ 14 किमी की चढ़ाई चढ़नी होती है, लेकिन यह खड़ी चढ़ाई है, इसलिए बुजुर्गों को इस रास्ते पर परेशानी होती है. एक बात और कि  इस रूट पर संकरे रास्ते और खतरनाक मोड़ पड़ते हैं. 

 

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