New Delhi : भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए कई राज्यों में पार्टी के संभावित उम्मीदवारों के नाम तय करने के लिए आज बुधवार को मंथन किया. कोर ग्रुप की मीटिंग आज दिल्ली में हुई. बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डी और केंद्रीय गृह मंत्री भी शामिल हुए. आम चुनाव से पहले इस बैठक को अहम माना जा रहा है. पार्टी उम्मीदवारों की पहली सूची के लिए नामों को अंतिम रूप देने के लिए भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक गुरुवार को होने की संभावना है.
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अमित शाह और नड्डा ने मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड के नेताओं के बैठकें कीं
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और उत्तराखंड सहित कई राज्यों के पार्टी नेताओं के साथ अलग-अलग बैठकें कीं हैं. इसी तरह की बैठकें अब तक उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के नेताओं के साथ हुई हैं.
पांच राज्यों की कोर ग्रुप मीटिंग
लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा ने शनिवार, 24 फरवरी को दिल्ली के पार्टी हेडक्वार्टर में 5 राज्यों की कोर ग्रुप की बैठक बुलाई थी. यह बैठक कई चरणों में हुई और इसमें उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में लोकसभा सीटों की तैयारों पर चर्चा की गयी. खबर है कि आज की बैठक में उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्य शामिल हुए हैं.
पार्टी सूत्रों के अनुसार पहली सूची में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और शाह जैसे दिग्गजों के नाम शामिल होने की उम्मीद है. उनके अनुसार कई ऐसी सीट पर भी उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जा सकती है जिनपर 2019 के चुनावों में भाजपा को पराजय का सामना करना पड़ा था.
2019 के चुनाव के समय भाजपा की पहली सूची में मोदी और शाह के नाम शामिल थे
साल 2019 के चुनाव के समय भाजपा की पहली सूची में मोदी और शाह के भी नाम शामिल थे. शाह उस समय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे और उन्होंने गांधीनगर से पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ा था. साल 2019 में नामों की सूची निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने के बाद ही जारी की गयी थी. इस बार यह स्थिति अलग होने जा रही है.
लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए 370 सीटें जीतने का लक्ष्य
भाजपा ने पिछले दिनों पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के दौरान चुनावों की घोषणा से काफी पहले अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी. खासकर उन सीटों पर जो पांच साल पहले वह हार गयी थी. पार्टी लोकसभा चुनाव में इस पहल को बरकरार रखना चाहती है. मोदी ने इस साल अप्रैल-मई में संभावित लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए 370 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है, जबकि सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के लिए यह लक्ष्य 400 से अधिक सीटें जीतने का है.
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