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लोकेश चौधरी को झटका, डबल मर्डर केस में नहीं मिली जमानत

Ranchi: डबल मर्डर केस के प्रमुख अभियुक्त लोकेश चोधरी को निचली अदालत से राहत नहीं मिली है.अग्रवाल बन्धु हत्याकांड में नामजद आरोपी लोकेश चौधरी की जमानत याचिका पर दोनों पक्षों की ओर से बहस पूरी होने के बाद कोर्ट ने जमानत पर अपना फैसला सुनाया है. रांची जिला न्यायालय के अपर न्यायायुक्त 7 विशाल श्रीवास्तव की कोर्ट ने लोकेश की जमानत याचिका नामंजूर करते हुए जमानत याचिका खारिज कर दी है. कोर्ट के इस आदेश से लोकेश को बड़ा झटका लगा है.लोकेश की तरफ से अधिवक्ता नागमणि तिवारी और अधिवक्ता अनन्त कुमार विज़ ने न्यायालय में बहस की. बेल पीटिशन पर बहस के दौरान बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने अदालत को बताया कि इस पूरे घटना में आरोपी की संलिप्तता नहीं है, जबकि लोक अभियोजक ने बचाव पक्ष के इस दावे का पुरजोर विरोध किया.दोनो पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने लोकेश की याचिका ठुकरा दी है. इसे भी पढ़ें - कुतिया">https://lagatar.in/meghalaya-governor-satpal-malik-said-if-the-bitch-dies-the-leaders-mourn-nothing-was-said-about-the-death-of-250-farmers/38591/">कुतिया

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अग्रवाल बंधु हत्याकांड के प्रमुख आरोपी लोकेश चौधरी की जमानत याचिका पर 12 मार्च को एजेसी-7 की कोर्ट में सुनवाई हुई थी. बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने अदालत से मूल दस्तावेज के साथ जमानत याचिका पर बहस के लिए समय देने का आग्रह किया था. कोर्ट ने इसे स्वीकार करते हुए बेल पर सुनवाई के लिए 17 मार्च की तिथि निर्धारित की थी. लोकेश ने अपने वकील के माध्यम से निचली अदालत में जमानत याचिका दायर की है. जमानत याचिका में कहा गया है कि अग्रवाल बंधुओं की हत्या में उसकी संलिप्तता नहीं है. लोकेश फिलहाल न्यायायिक हिरासत में है. झारखंड हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत याचिका ख़ारिज किये जाने के बाद पिछले दिनों लोकेश चौधरी ने कोर्ट के समक्ष आत्मसमर्पण किया था. इसे भी पढ़ें - क्या">https://lagatar.in/will-the-farmers-agitation-and-disinvestment-would-stop-the-chariot-of-polarization/38604/">क्या

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छह मार्च 2019 को हुई थी अग्रवाल बंधुओं की हत्या

उल्लेखनीय है कि हेमंत अग्रवाल और महेंद्र अग्रवाल की हत्या छह मार्च, 2019 को अशोक नगर स्थित एक न्यूज चैनल के बंद कार्यालय गोली मार कर की गयी थी. पुलिस के मुताबिक दोनों व्यवसायी बैग में मोटी रकम लेकर लोकेश को पहुंचाने गये थे. लेकिन लोकेश और एमके सिंह ने पहले से रुपये हड़पने की योजना तैयार कर रखी थी.योजना के तहत ही एमके सिंह ने लोकेश चौधरी के बॉडीगार्ड धर्मेंद्र तिवारी के साथ खुद को आइबी का अधिकारी बताते हुए लोकेश चौधरी के ऑफिस में रेड किया और दोनों व्यवसायियों के रुपये को जब्त कर लिया. इसे भी पढ़ें -झारखंड">https://lagatar.in/apply-for-appointment-of-chairman-and-two-members-in-jharkhand-food-commission/38622/">झारखंड

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बॉडीगार्ड धर्मेंद्र तिवारी पहले ही सरेंडर कर चुका है

इस केस में धर्मेंद्र तिवारी ने पूर्व में न्यायालय में सरेंडर कर दिया था. जबकि लोकेश के एक अन्य बॉडीगार्ड सुनील कुमार सिंह और चालक शंकर को पुलिस गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज चुकी है. धर्मेंद्र तिवारी और सुनील सिंह पूछताछ में बता चुके हैं कि लोकेश की योजना थी कि जब दोनों व्यवसायी रुपये लेकर आयेंगे, तब उन्हें किसी हालत में जाने नहीं देना है. एक तरह से हत्या पहले से सुनियोजित थी. दोनों व्यवसायियों से रुपये हड़पने के बाद लोकेश चौधरी अपने गार्ड को हिस्सा देना वाला था. इसे भी पढ़ें -खूंटी">https://lagatar.in/bjp-mahila-morcha-on-khunti-tampering-six-point-memorandum-submitted-to-governor/38619/">खूंटी

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