NewDelhi : कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए निरंजनी अखाड़े के सचिव रविंद्र पुरी ने 15 दिन पहले ऐलान किया है कि उनके लिए कुंभ मेला खत्म हो चुका है. बता दें कि हरिद्वार में कुंभ मेले का समय 30 अप्रैल तक है. श्री पुरी ने कहा है कि कुंभ का मुख्य शाही स्नान पूरा हो गया है और उनके अखाड़े के साधु-संतो में कोरोनावायरस के लक्षण नजर आ रहे हैं. बता दें कि कुंभ मेले के बीच निर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर कपिल देव की कोरोना संक्रमण से मौत हो गयी है. इससे साधु-संतों की चिंता बढ़ गयी है.़
कपिल देव मध्यप्रदेश के चित्रकूट से कुंभ में शामिल होने आये थे
कपिल देव मध्यप्रदेश के चित्रकूट से कुंभ में शामिल होने के लिए हरिद्वार गये थे. पॉजिटिव होने के बाद से उनका देहरादून के कैलाश हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था. हॉस्पिटल मैनेजमेंट के अनुसार बुधवार को उनका निधन हो गया. कुंभ के दौरान संक्रमण से जान गंवाने वाले कपिल देव पहले बड़े संत हैं।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार हरिद्वार में अब तक 30 साधु कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. लेकिन बताया जाता है कि संक्रमित साधुओं की संख्या इससे कहीं ज्यादा है. स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि अलग-अलग अखाड़ों में साधुओं के RT-PCR टेस्ट किए जा रहे हैं.
बाकी संन्यासी अखाड़े भी कुंभ समाप्ति की घोषणा कर सकते हैं
सूत्रों के अनुसार कोरोना की स्थिति को देखते हुए निरंजनी अखाड़े के बाद बाकी सन्यासी अखाड़े भी कुंभ समाप्ति की घोषणा कर सकते हैं. हरिद्वार में कुंभ मेले का समय 30 अप्रैल तक है, लेकिन पिछले 5 दिन में यहां कोरोना के 2,167 मामले सामने आ चुके हैं. इसके बावजूद अधिकारियों का कहना है कि कुंभ मेला 30 अप्रैल तक चलेगा. लेकिन अब अखाड़े खुद ही कुंभ खत्म करने की बात कह रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पिछले 10 दिन में 70 प्रमुख संतों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है. जानकारी के अनुसार हरिद्वार के कनखल इलाके में जहां 10,000 संत और उनके समर्थक ठहरे हुए हैं, वह इलाका शुक्रवार को सैनिटाइज किया जायेगा.
जान लें कि कोरोना के चलते इस साल कुंभ मेला जनवरी की बजाय 1 अप्रैल से शुरू किया गया था. केंद्र सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार स्थिति को देखते हुए इसका समय कम किया जा सकता है, लेकिन हरिद्वार के डीएम और कुंभ मेला ऑफिसर दीपक रावत ने बुधवार को कहा कि मेले का समय घटाने की कोई जानकारी नहीं है.