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रामगढ़ में मल्हारों की बस्ती में नहीं है चापानल, पेयजल की समस्या

बरसात में होती है मुश्किल

Ramgarh: राज्य गठन के दो दशक हो चुके हैं, लेकिन आज भी कई जगहों पर गरीबों को स्वच्छ पानी नहीं मिल पा रहा है. पतरातू प्रखंड के चोरघरा पंचायत के बेदिया टोला में मल्हारों की बस्ती में कुछ ऐसी ही स्थिति है. यहां 15 से 20 मल्हार परिवार रहते हैं. वे आज भी चुआं का गंदा पानी पीने को विवश हैं. इससे कई तरह की बीमारियों के साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं  भी होती हैं.

चुआं का पानी पीने को विवश

बताया जाता है कि बेदिया बस्ती को लोग गांव स्थित कनकनी नदी के पास एक चुआं से पानी भरते हैं. मल्हार परिवार को लोग यहां से पीने और घरेलू उपयोग के लिए पानी लेते हैं. इन परिवारों के लिए पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है. जब बरसात का मौसम आता है तो समस्याएं बढ़ जाती हैं. चुआं का पानी गंदा हो जाता है. जब गर्मी आती है तो नदी में पानी कम हो जाता है. ऐसी स्थिति में भी चुआं से ही पानी लेते हैं.

चोरघरा पंचायत में अन्य जगहों पर है चापानल

लोगों का कहना है कि आज तक कोई भी जनप्रतिनिधि और अधिकारी यहां का जायजा लेने नहीं पहुंचे हैं. जबकि कोरोना काल में बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद पतरातू प्रखंड के गांवों में इन दिनों चापानल लगाने में व्यस्त हैं. चोरघरा पंचायत में अन्य जगहों पर भी विधायक द्वारा चापानल लगाया गया है. लेकिन इन मल्हारों की बस्ती तक पेयजल नहीं पहुंच सका है. लोगो का कहना है कि जिसकी पैरवी विधायक के पास होती है उसी का चापानल लगता है. हमलोग बहुत बार दौड़ लगा चुके हैं. इसके बाद भी चापानल नहीं लग सका है.

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