Ranchi: राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में मरीजों की जांच नहीं हो पा रही है. रिम्स में एमआरआई मशीन के अलावा सीटी स्कैन और इको मशीन भी खराब पड़ी है. सिटी स्कैन मशीन तो पिछले एक साल से भी अधिक समय से खराब पड़ी है. तो वहीं इको मशीन पिछले एक महीने से खराब है. ऐसे में रिम्स आनेवाले मरीज निजी जांच घर में जांच कराने को मजबूर हैं. लेकिन रिम्स प्रबंधन खराब मशीन को बनाने का जहमत नहीं उठा रहा है.

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बाहर से जांच कराने को मजबूर मरीज
धनबाद जिले के सिंदरी से आए मरीज संदीप टूडू के पिता ने कहा कि धनबाद के पीएमसीएच में बेटे संदीप का ऑपरेशन करवाया था. लेकिन ऑपरेशन सफल नहीं हुआ तो धनबाद से रिम्स रेफर कर दिया गया. डॉक्टर ने सीटी स्कैन करवाने के लिए कहा था, लेकिन रिम्स में सीटी स्कैन मशीन खराब है. लिहाजा मरीज के परिजनों को बाहर जांच करानी पड़ी. इस जांच में मरीज को 51 सौ रुपए खर्च करना पड़ गया.

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जांच के लिए 4 दिन से मरीज परेशान
कोडरमा से अपने पति बिनोद लाल के इलाज के लिए रिम्स पहुंची. बिनोद लाला की पत्नी संगीता ने कहा कि 23 तारीख को रिम्स के मेडिसिन विभाग में डॉक्टर विद्यापति से मरीज को दिखाया था. डॉक्टर ने इको जांच की सलाह दी, लेकिन मशीन खराब होने के कारण जांच नहीं हो पा रही है. और पिछले 4 दिन से रिम्स का चक्कर काट रही है. पैसा है नहीं कि बाहर जाकर अपने पति का जांच करवा सकें.

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छात्रों की पढ़ाई भी हो रही प्रभावित
रिम्स में सीटी स्कैन मशीन पिछले एक साल से खराब है. जिसके चलते रिम्स के मरीजों को या तो प्राइवेट या फिर कैंपस में पीपीपी मोड पर चल रहे निजी एजेंसी के सेंटर में सीटी स्कैन कराना पड़ता है. इस वजह से अस्पताल को आर्थिक नुकसान भी हो रहा. साथ ही रेडियोलॉजी विभाग में पीजी की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है.
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