Pakur: इलाके में चोरी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. इस बार चोरों ने अमड़ापाड़ा थाना क्षेत्र के पचुवाड़ा सेंट्रल कोल ब्लॉक को निशाना बनाया. चोरों ने कोल ब्लॉक में रखी लगभग 91 करोड़ 61 लाख की बेशकीमती मशीनों एवं सामानों की चोरी की. पाकुड़ जिले में यह अब तक की सबसे बड़ी चोरी की घटना है. यहां चोरी की घटना वर्ष 2015 से हो रही है. इस संबंध में सेंट्रल कोल ब्लॉक के पदाधिकारी गौतम कुमार सामंतों ने बुधवार को थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. थाने में दिए गए लिखित शिकायत में यह उल्लेख किया गया है कि विगत 1 अप्रैल 2015 से सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में कंपनी द्वारा कोल उत्खनन कार्य पूरी तरह से बंद कर दिया गया था. एम्टा कंपनी द्वारा कुछ मशीनों को दूसरी जगह स्थानांतरित कर दिया गया, लेकिन अधिकांश मशीनों को पचुवाड़ा सेंट्रल कोल ब्लॉक के कार्यस्थल पर ही रखा गया ताकि भविष्य में न्यायालय से कार्य की अनुमति प्राप्त होने के बाद मशीनों का उपयोग किया जा सके.
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चोरों का गिरोह है शामिल
उन्होंने कहा कि कंपनी का उत्खनन कार्य का लंबे समय से बंद है, इसलिए कंपनी में कार्यरत कर्मचारी, अधिकारी और गार्ड अभी कार्य पर नहीं हैं. इसी का फायदा उठाते हुए अज्ञात चोरों के गिरोह ने सामानों एवं मशीनों के कलपुर्जाें को गैस कटर से काटकर चोरी कर लिया. इस कार्य में बड़े चोर गिरोह कुछ स्थानीय लोगों के साथ मिलकर चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे है. कंपनी के अधिकारी ने बताया कि 11 दिसंबर 2020 को कंपनी की संपत्ति, मशीन, कलपुर्जाऔर अन्य सामानों की सुरक्षा हेतु कदम उठाने एवं अन्य मामलों में प्रतिनिधित्व करने का प्राधिकार पत्र निर्गत किया गया है. प्राधिकार पत्र प्राप्त करने के बाद कार्यस्थल का लगातार 7 दिनों तक ग्रामीणों की मदद से मेरे द्वारा निरीक्षण किया गया तथा घटना के संबंध में उपरोक्त तथ्यों को संग्रह किया गया. चोरी की लगातार घटनाओं से कंपनी को लगभग करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है. इसकी रिपोर्ट कम्पनी को भेज दिया गया है. कम्पनी के आदेश पर थाना में मामला दर्ज कराया जा चुका है.
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महंगी मशीनें ले गये चोर
वहां काफी महंगी मशीनें थी. इसमें सरफेस माइनर मशीन दो पीस, जिसकी कीमत 10 करोड़, ड्रिल मशीन 9 पीस, जिसकी कीमत 9 करोड़, 100 टन का डंपर पांच पीस, जिसकी कीमत 20 करोड़, व्हील डोजर पांच पीस, जिसकी कीमत पांच करोड़, पानी टैंकर सात पीस, जिसकी कीमत 2 करोड़ 21 लाख, 160 केबी डीजल जेनरेटर 2 पीस, जिसकी कीमत 40 लाख रुपया है. इसके अलावा 27 कीमती मशीन, जिसका कीमत लगभग 40 करोड़ रुपया है. साथ ही आलूबड़ा स्थित कर्मीकार्यालय एवं वर्कसकॉलोनी के क्वार्टरों में लगे खिड़की दरवाजे, कुर्सी, चौकी, टेबुल, टीवी, बैटरी आदि की भी चोरी कर चोरों ने पूरी कॉलोनी को बर्बाद कर दिया. इसकी कीमत लगभग 5 करोड़ रूपया है.
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