Ranchi : आगामी 28 अक्टूबर से 1 नवंबर तक छत्तीसगढ़ में होने जा रहे “राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव 2021” के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आमंत्रण किया गया है. यह आमंत्रण छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्र के माध्यम से हेमंत सोरेन को दिया गया है. गुरुवार को कांके रोड रांची स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में विधायक एवं छत्तीसगढ़ सरकार के संसदीय सचिव विनोद चंद्राकर ने मुलाकात कर कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए आमंत्रण पत्र दिया.
हेमंत को बताया गया, छत्तीसगढ़ में देश और विश्व की सबसे प्राचीन आदिम सभ्यताएं आज भी जीवित
विनोद चंद्राकर ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि छत्तीसगढ़ में देश और विश्व की सबसे प्राचीन आदिम सभ्यताएं आज भी जीवित हैं. इन सभ्यताओं के संरक्षण तथा उनके मूल स्वरूप को अक्षुण्ण बनाए रखने की दिशा में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कार्य किए जा रहे हैं. आदिवासी संस्कृति, लोक नृत्य, और लोक संगीत तथा लोक कलाओं को भी बढ़ावा दिया जा रहा है. इसी कड़ी में आगामी 28 अक्टूबर से 1 नवंबर 2021 तक छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा “राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव 2021” का आयोजन किया जा रहा है. इस महोत्सव में झारखंड सहित देश के विभिन्न राज्यों से पहुंचे आदिवासी लोक गीत-संगीत तथा नृत्य क्षेत्र के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी.
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लोक शिल्प बस्तर आर्ट से बनी स्मृति चिह्न मुख्यमंत्री को की गयी भेंट
विधायक विनोद चंद्राकर ने हेमंत सोरेन से कहा कि उनके आने से महोत्सव की शोभा बढ़ेगी. इस अवसर पर हेमंत सोरेन को छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध आदिवासी लोक शिल्प बस्तर आर्ट से बनी स्मृति चिह्न भेंट की गयी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विनोद चंद्राकर को धन्यवाद दिया और उक्त महोत्सव के सफल आयोजन के लिए छत्तीसगढ़ सरकार को अग्रिम शुभकामनाएं भी दीं. इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी राकेश कुमार गोलछा और अन्य मौजूद थे.