: डायरिया बीमारी से एक हफ्ते में सात की मौत के बाद अजेदबेड़ा पहुंची मेडिकल टीम, दो मरीज सदर अस्पताल भेजे गए
RMCH से रिम्स बने 20 साल हो गए, लेकिन पेट के इलाज के लिए अब तक कोई स्पेशलिस्ट नहीं
राजेंद्र मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की स्थापना 1960 में हुई थी. शुरूआत के 40 साल तो दूर, इधर, आरएमसीएच को रिम्स में तब्दील हुए 20 साल हो चुके हैं. बावजूद यहां अब तक पेट संबंधित बीमारी का इलाज करने के लिए कोई स्पेशलिस्ट डॉक्टर नही है. पेट संबंधित रोग का इलाज मेडिसिन व अन्य विभाग के चिकित्सक करते है. मरीज की स्थिति गंभीर होने पर मरीज को रिम्स से छूट्टी देकर प्राइवेट अस्पताल भेजने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नही होता. नतीजन पेट का इलाज कराने के लिए मरीजों को प्राइवेट अस्पताल का रूख करना पड़ता है.रिम्स में नही हैं ये विभाग
- न्यूक्लियर मेडिसीन - इंडोक्रिनोलॉजी - गैस्ट्रोइंडोक्रिनोलॉजी - फिजिकल मेडिकल रिहैब (पीएमआर) - हेमटलॉजी विभाग2019 में हाईकोर्ट के समक्ष सरकार ने रखा था पक्ष,रिम्स से प्रस्ताव मांगने की कही थी बात
रिम्स में इन पांच विभागों को शुरू करने के सवाल पर हाईकोर्ट ने सरकार का पक्ष जाना था. इस पर सरकार ने कोर्ट को भरोसा दिलाया था कि सरकार इस दिशा में अग्रसर है और जल्द अस्पताल में इसकी शुरूआत करने की बात कही थी. सरकार की ओर से कहा गया था कि पांचों विभाग शुरू करने के लिए रिम्स से प्रस्ताव मांगा जाएगा. प्रस्ताव मिलने के बाद केंद्र सरकार के सहयोग से इन विभागों को खोलने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी, ताकि राजधानी में ही मरीजों को संबंधित बीमारी की सुविधा मिलने लगेगी.रिम्स निदेशक ने कहा, कोविड के बाद इस दिशा में की जाएगी पहल
इधर, रिम्स निदेशक डॉ. कामेश्वर प्रसाद का कहना है कि नए विभाग शुरू होने की प्रक्रिया चल रही है. कोविड के कारण प्रक्रिया में देरी हो रही है. अभी कोई नहीं बता सकता कि तीसरी लहर नहीं आएगी. इसलिए जैसे ही तीसरी लहर की संभावना कम होगी वैसे ही इस प्रक्रिया में तेजी लायी जाएगी. नए सुपरस्पेशियलिटी विभागों को ही शुरू करने के लिए सुपरस्पेशियलिटी विंग का एक्सटेंशन कर विंग टू बनाने की तैयारी है. जल्द मरीजों को इन विभागों का लाभ मिलने लगेगा. इसे भी पढ़ें-कोडरमा">https://lagatar.in/one-died-in-a-road-accident-in-koderma-while-one-died-by-eating-sulfas/">कोडरमामें सड़क दुर्घटना में एक की मौत, वहीं सल्फास खाने से एक की गयी जान [wpse_comments_template]
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