London : ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नये स्ट्रेन के कारण फिर से संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की गयी है. बता दें कि सोमवार रात देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने फरवरी माह के मध्य तक नया लॉकडाउन लगा दिये जाने की बात कही.
ब्रिटेन संघर्ष के अंतिम चरण में प्रवेश कर रहा है : प्रधानमंत्री जॉनसन
प्रधानमंत्री जॉनसन ने कोरोना वायरस महामारी के कारण लोगों से अपने घरों में रहने की अपील की. कहा कि बहुत जरूरी खरीदारी करने, नियमित व्यायाम करने या चिकित्सा कारणों से ही लोग घरों से बाहर निकलें. जॉनसन ने कहा कि ब्रिटेन ‘संघर्ष के अंतिम चरण में प्रवेश कर रहा है. जान लें कि कोरोना वायरस के नया स्ट्रेन अधिक संक्रामक बन गया है. ब्रिटेन में पाये गएये सार्स-सीओवी-2 के नये प्रकार (स्ट्रेन) से भारत में अब तक 38 लोग संक्रमित पाये गये हैं.
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अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या बढ़कर 27 हजार
जॉनसन ने कहा, आज हमारे अस्पताल कोविड-19 के कारण पहले के मुकाबले कहीं अधिक दबाव में हैं. वायरस के इस नये रूप को काबू में करने के लिए हमें मिलकर बहुत कुछ करने की जरूरत है. कहा कि इंग्लैंड में हमें राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगाना होगा. बताया कि अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या बढ़कर करीब 27,000 हो गयी है. यह अप्रैल 2020 के मुकाबले कहीं अधिक है.
जानसन ने कहा, हम हमारे इतिहास का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम चला रहे हैं. ब्रिटेन में पूरे यूरोप के मुकाबले कहीं अधिक संख्या में लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि यदि सबकुछ उम्मीद के मुताबिक रहा तो फरवरी तक चार शीर्ष प्राथमिकता वाले समूह के सभी लोगों को हम टीके की पहली खुराक दे सकेंगे जिसके बाद कई पाबंदियों को हटाना संभव हो पायेगा.
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पहला टीका ऑक्सफोर्ड में जन्मे 82 वर्षीय डायलिसिस के रोगी को दिया गया
ब्रिटेन में सोमवार से ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित कोविड-19 टीके का टीकाकरण शुरू हुआ और पहला टीका ऑक्सफोर्ड में जन्मे 82 वर्षीय डायलिसिस के रोगी को दिया गया. ब्रायन पिंकर उन पहले कुछ लोगों में शामिल हैं जिन्हें ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में यह टीका लगाया गया. इसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के चरणबद्ध टीकाकरण कार्यक्रम में एक मील का पत्थर बताया जा रहा है.
जान लें कि सबसे पहले ब्रिटेन में मिला वायरस का नया स्वरूप डेनमार्क, हॉलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर में भी पाया गया है.
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