Lucknow : पांच राज्यों में चुनाव घोषित होते ही यूपी से एक खबर आयी है. खबर यह है कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) के संयुक्त निदेशक राजेश्वर सिंह चुनाव लड़ने जा रहे हैं. जानकारी के अनुसार श्री सिंह के वीआरएस (वॉलेंटरी रिटायरमेंट स्कीम) के अनुरोध को विभाग द्वारा स्वीकार कर लिया गया है. जान लें कि अगस्त 2021 में लखनऊ में तैनात राजेश्वर सिंह ने वीआरएस का आवेदन दिया था. कयास लग रहे हैं कि वह भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं. मूल रूप से वह यूपी के सुल्तानपुर जिले के पखरौली के निवासी हैं. वे उत्तर प्रदेश काडर के प्रोविजनल पुलिस सर्विस (पीपीएस) ऑफिसर हैं.
तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम उनके लपेटे में आये थे
राजेश्वर सिंह द्वारा चुनाव लड़ने की खबर इसलिए महत्वपूर्ण है कि वे चर्चित आधिकारी रहे हैं. बता दें कि श्री सिंह ने सहारा प्रमुख सुब्रत राय को हाउसिंग फाइनेंस के नाम पर लोगों से गैर-कानूनी तरीके से 24,000 करोड़ लेने के आरोप में जेल की हवा खिलवायी थी. एयरसेल-मैक्सिस डील को हरी झंडी देने के मामले में तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम भी उनके लपेटे में आये थे. राजेश्वर सिंह का नाम 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले, कोयला घोटाले, कॉमनवेल्थ गेम्स स्कैम जैसे केस की जांच से भी जुड़ा रहा है.
उत्तर प्रदेश पुलिस से प्रतिनियुक्ति पर ईडी में शामिल हुए थे
राजेश्वर ने जब वीआरएस मांगा था, तभी से राजनीतिक गलियारों में खबर तैरने लगी थी कि वे भाजपा में शामिल हो जायेंगे. हालांकि, राजेश्वर सिंह ने अब तक इस बात के कोई संकेत नहीं दिये हैं कि वे क्या करने जा रहे हैं. वीआरएस के लिए आवेदन देते समय राजेश्वर ईडी लखनऊ जोन के संयुक्त निदेशक थे. उनकी गिनती सुपरकॉप में होती है. 2009 में उत्तर प्रदेश पुलिस से प्रतिनियुक्ति पर वह ईडी में शामिल हुए थे. वे 2015 में स्थायी रूप से ईडी कैडर में शामिल कर लिये गये थे.
सिंह के पास बी. टेक की डिग्री
राजेश्वर सिंह के पास बी टेक की डिग्री है. उन्होंने पुलिस, मानवाधिकार और सामाजिक न्याय विषय में पीएचडी की है. वह 1996 बैच के यूपी के पीपीएस अधिकारी के साथ ही यूपी पुलिस के अधिकारी के तौर पर काम कर चुके हैं. उनकी बहन आभा सिंह मुंबई में एक प्रैक्टिसिंग वकील हैं. राजेश्वर सिंह की शादी आईपीएस लक्ष्मी सिंह से हुई है.
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