alt="डीवीसी चन्द्रपुरा थर्मल पावर प्लांट पर एनजीटी ने लगाया 1.64 करोड़ रुपए का जुर्माना" width="600" height="400" /> डीवीसी चन्द्रपुरा थर्मल पावर प्लांट पर एनजीटी ने लगाया 1.64 करोड़ रुपए का जुर्माना[/caption] इसे भी पढ़ें-मद्य">https://lagatar.in/prohibition-department-ordered-to-vacate-regulatory-commission-and-cyber-security-office/123934/">मद्य
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जुर्माना राशि जमा करने के लिए 2महीने का समय
दामोदर बचाओ आंदोलन के संयोजक प्रवीण कुमार सिंह ने वर्ष 2019 में ट्रिब्यूनल में इस बाबत मुकदमा दायर किया था. एनजीटी ने इस मामले की जांच के लिए एक समिति बनाई थी. इसने अपनी रिपोर्ट में 1.64 करोड़ का जुर्माना डीवीसी पर लगाया है. एनजीटी ने डीवीसी को यह राशि जमा करने के लिए दो महीने का समय दिया है. इससे पहले भी एनजीटी ने एक अन्य मामले में 14 दिसंबर, 2020 के अपने आदेश में डीवीसी को 2.89 करोड़ का जुर्माना और सभी अनुशंसाओं को लागू कराने के लिए दो माह का समय दिया था. इसे भी पढ़ें-धालभूम">https://lagatar.in/jamshedpur-purulia-kharagpur-and-baleshkvar-industrial-areas-will-benefit-from-the-commissioning-of-dhalbhum-airport/123972/">धालभूमएयरपोर्ट चालू होने से जमशेदपुर, पुरुलिया, खड़गपुर व बालेश्कवर औद्योगिक क्षेत्र को होगा लाभ
प्रदूषण नियंत्रण के लिए निर्धारित शर्तों के उल्लंघन पर जुर्माना
एनजीटी ने यह जुर्माना डीवीसी के डाइक फेल से दामोदर नदी में फ्लाइ ऐश फैलने के कारण लगाया था. शिकायकर्ता के अनुसार झारखंड प्रदूषण नियंत्रण परिषद से डीवीसी के खिलाफ मामले पर निर्धारित शर्तों के उल्लंघन के लिए विभिन्न पर्यावरणीय कानूनों के तहत वस्तुस्थिति का पता लगाना महत्वपूर्ण है. एनजीटी में सुनवाई के दौरान प्रवीण कुमार सिंह की ओर से अधिवक्ता ऋत्विक दत्ता और अधिवक्ता राहुल चौधरी ने मुकदमे की पैरवी की. इसे भी पढ़ें-CBSE">https://lagatar.in/students-of-crown-public-school-uproar-over-low-marks-in-cbse-10th-board/123733/">CBSE10th Board में कम मार्क्स आने पर क्राउन पब्लिक स्कूल के छात्रों का हंगामा, इंटरनल मार्किंग में अनियमितता का आरोप [wpse_comments_template]