को जिन नक्सलियों की तलाश है, उनमें एक करोड़ इनामी माओवादी के पोलित ब्यूरो के सदस्य प्रशांत बोस, एक करोड़ इनामी सेंट्रल कमिटी के सदस्य पतिराम मांझी के अलावा गुरुवा मुंडा शामिल है. NIA ने भी पतिराम मांझी के ऊपर पांच लाख का इनाम घोषित कर रखा है. गौरतलब है कि 9 जुलाई 2008 को बुंडू में एसएस हाईस्कूल में कार्यक्रम के दौरान कुंदन पाहन के नेतृत्व में माओवादी दस्ते ने हमला कर रमेश सिंह मुंडा व तीन की हत्या कर दी थी. इस मामले के बुंडू थाना में नौ जुलाई 2018 को कांड संख्या 65/2008 दर्ज हुआ था, जिसे NIA ने 30 जून 2017 को टेकओवर करते कांड संख्या आरसी 11/2017 दर्ज किया था. NIA ने इस हत्याकांड के मास्टरमाइंड के तौर पर पूर्व मंत्री राजा पीटर 9 अक्तूबर 2017 को गिरफ्तार किया था. इसे भी पढ़ें : नौकरी">https://english.lagatar.in/got-no-job-cheating-with-105-displaced-who-gave-more-than-15-acres-of-land-to-sail/46049/">नौकरी
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पांच करोड़ की सुपारी देकर हत्या की साजिश रची थी
जानकारी के अनुसार पूर्व मंत्री राजा पीटर ने पांच करोड़ की सुपारी देकर हत्या की साजिश रची थी. एनआईए के अनुसंधान में तथ्य सामने आया कि राजा पीटर ने रमेश सिंह मुंडा की हत्या राजनीतिक कारणों से करायी थी. रमेश सिंह मुंडा के जीवित रहते राजा पीटर का विधायक बनना संभव नहीं था. माओवादियों के साथ उन्होंने हत्या की डील की, बदले में माओवादियों को पांच करोड़ व हथियार मुहैया कराये गये. यह बात भी सामने आयी है कि हत्या के बाद तमाड़ विधानसभा के उपचुनाव में भी राजा पीटर ने माओवादियों की मदद ली और शिबू सोरेन को हराकर मंत्री बने थे. राजा पीटर ने रमेश सिंह मुंडा की हत्या के लिए जोनल कमांडर कुंदन पाहन से डील की थी. कुंदन पाहन ने प्रशांत बोस समेत अन्य माओवादियों से बात कर हत्या की साजिश रची थी. रमेश सिंह मुंडा की गतिविधियों की जानकारी तत्कालीन बॉडीगार्ड शेषनाथ सिंह खेरवार ने माओवादियों को दी थी.NIA ने दाखिल की थी चार्जशीट, राजा पीटर सहित 15 अभियुक्त
रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड की जांच कर रही एनआइए ने पूर्व मंत्री राजा पीटर, कुख्यात नक्सली कुंदन पाहन व विधायक के अंगरक्षक शेष नाथ खरवार सहित 15 अभियुक्तों पर चार्जशीट दाखिल की थी. चार्जशीट में राजा पीटर को मुख्य साजिशकर्ता बताया गया था.स्कूल में एक समारोह के दौरान हुई थी हत्या
नौ जुलाई 2008 को रांची के बुंडू के एसएस हाई स्कूल में एक समारोह के दौरान तमाड़ के तत्कालीन विधायक रमेश सिंह मुंडा सहित चार लोगों की हत्या हुई थी. इसके बाद रांची पुलिस कुछ दिनों तक पूरे मामलों की जांच की और बाद में यह मामला सीआईडी को स्थानांतरित हो गया था. इस मामले में सीआइडी के हाथ खाली रहे थे. इसके बाद एनआइए ने 30 जून 2017 को उक्तमामले को टेकओवर किया था और प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया था. https://english.lagatar.in/water-crisis-villagers-made-engineer-hostage-women-showed-bangles/46070/https://english.lagatar.in/mamta-showed-the-fear-of-the-bjp-to-the-muslims-then-modi-said-if-appealed-to-unite-the-hindus-then-ec-would-have-given-notice/46101/
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