Nirsa : एमपीएल प्रबंधन की वादाखिलाफी के विरोध में एमपीएल रेल लाइन विस्थापितों ने स्थानीय समिति के बैनर मुख्य द्वार को लगभग 4 घंटे तक ठप कर दिया. बाद में एमपीएल प्रबंधन द्वारा 10 दिनों के बाद समस्या का समाधान करने के आश्वासन पर विस्थापितों ने आंदोलन समाप्त किया. मेन गेट जाम कर देने के कारण एम पी एल के अधिकारी एवं कर्मचारियों का फैक्ट्री के अंदर जाना एवं आना 4 घंटे तक बंद रहा. रेलवे लाइन विस्थापितों का नेतृत्व झामुमो नेता अशोक मंडल कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि 22 अगस्त 2021 को एसडीएम एमपीएल के सीईओ एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में समझौता हुआ था कि विस्थापित हरिजन आदिवासी को एकमुश्त 2 लाख 25 हजार रुपये के अलावा 10 हजार रुपये अलग से भुगतान किया जाएगा, जो अभी तक नहीं किया गया है. एमपीएल प्रबंधन प्रभावित गांव क्षेत्र में तालाब का निर्माण करे, जिससे विस्थापित रोजी, रोजगार उपार्जन कर सके. रेल लाइन निर्माण के समय विस्थापित मजदूरों को रेलव लाइन के रखरखाव के कार्य में लगाया जाए. एमपीएल प्लांट के अंदर से निकाले गए चालक एवं खलासी को पुनः काम पर रखा जाए. एम पी एल अधिकारियों द्वारा 10 दिनों के अंदर समाधान का आश्वासन देने पर विस्थापितों ने आंदोलन वापस लिया.
यह भी पढ़ें : धनबाद : इस साल गर्मी में निर्बाध बिजली आपूर्ति का दावा
[wpse_comments_template]