Nirsa : धनबाद जिले के निरसा थाना क्षेत्र स्थित ईसीएल चापापुर कोलियरी में केबल लुटेरों ने दूसरे दिन भी धावा बोला. शुक्रवार रात 40 से 50 की संख्या में लुटेरे आये और गार्ड को बंधक बनाकर करीब दस लाख के केबल लेकर भाग गये. इस दौरान उन्होंने बमबाजी भी की. जिसमें एक युवक की मौत हो गयी. घटना की जानकारी पर जब कोलियरी प्रबंधक कार्यालय पहुंचे और शोक संवेदना व्यक्त करने व परिवार को ढांढस देने के बजाय केबल लूट की जानकारी में व्यस्त हो गये. जिसे देख लोगों का गुस्सा भड़क गये. आक्रोशितों ने प्रबंधक को खरी खोटी सुनायी और जमकर पिटाई कर दी. किसी तरह जान बचाकर वो वहां से भागे. प्रभारी डीएसपी अमर कुमार पांडेय और निरसा थाना प्रभारी दिलीप कुमार यादव को भी लोगों का आक्रोश झेलना पडा.
कार्यालय में गार्ड को बंधक बनाकर केबल लेकर हो गये फरार
ड्यूटी पर तैनात ईसीएल गार्ड काजल गोराई व नवीन बाउरी ने घटना की बारे में बताया कि रात करीब डेढ बजे हथियार से लैस करीब 40 से 50 की संख्या में केबल लुटेरों ने कार्यालय पर धावा बोला. लुटेरों ने गार्ड को बंधक बना लिया और करीब दस लाख के केबल लेकर भाग गये. घटना की जानकारी जब कॉलोनीवासियों को मिली तो सभी बाहर आ गये. तो केबल लुटेरों ने पहले सभी को धमकी दी कि अपने-अपने घरों में रहो, नहीं तो जान से हाथ धो बैठोंगे. इसके बाद भी लोग आगे बढ़े तो लुटेरों ने खुद घिरते देख बम चार्ज कर दिया. इस बमबाजी में ईसीएल कर्मी काशी कोइरी के 22 वर्षीय बेटा संजीव कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया. इलाज के लिये दुर्गापुर ले जाने के क्रम में रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी. केबल लेकर सभी लुटेरे वहां से फरार हो गये.
एक दिन पूर्व भी ढाई लाख के केबल की हुई थी लूट
सुरक्षाकर्मियों ने आगे बताया कि एक दिन पहले गुरुवार रात भी लुटेरों ने कार्यालय में धावा बोला था और गार्ड को बंधक बनाकर करीब ढाई लाख के केबल लेकर भाग गये थे. एक दिन बाद फिर से लुटेरों ने घटना को अंजाम दिया. सुरक्षाकर्मियों ने प्रबंधन पर जमकर भड़ास निकाला और कहा कि प्रबंधन सिर्फ लूट खसोट में लगी रहती है. व्यवस्था के नाम पर कुछ नहीं देती. सिर्फ लाठी के सहारे ड्यूटी करने को कहती है.
कर्मियों ने पुलिस प्रशासन व सीआईएसएफ पर लगाये आरोप
ईसीएल कर्मियों ने पुलिस प्रशासन व सीआईएसएफ पर गंभीर आरोप लगाये हैं. उनका कहना है कि प्रशासन व सीआइएसएफ सिर्फ नाम की रह गयी है. चाहे कोयला चोरी हो या फिर केबल चोरी सभी में इनकी मिलीभगत रहती है. तभी तो अपराधी बेखौफ घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. कर्मियों ने पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि घटना के बाद लुटेरे क्यों नहीं पकडे जाते? चोरी के कोयले पर अंकुश क्यों नहीं लगता? जनता मर रही है और इन्हें सिर्फ अपना पॉकेट भरना है.
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