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छत्तीसगढ़ की तर्ज पर ऑक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था करें, मेयर ने लिखा पत्र

Ranchi: कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार को देखते हुए मेयर डॉक्टर आशा लकड़ा ने नगर आयुक्त को शनिवार को स्थाई समिति की आपात बैठक बुलाने का निर्देश दिया. इस बाबत मेयर ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर शनिवार को 11 बजे से बैठक करने का निर्देश दिया है. मेयर ने बैठक में कई बिंदुओं पर जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. इसके अलावा शुक्रवार को मेयर ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देख कई कदम उठाने के लिए पत्र लिखा.

नगर आयुक्त से इन बिंदुओं पर मेयर ने मांगी है जानकारी

नगर आयुक्त को लिखे पत्र में मेयर ने निम्न बिंदुओं पर महत्वपूर्ण जानकारी मांगी है. उन्होंने कहा है कि बैठक में इन उक्त बिंदुओं के माध्यम से प्राप्त राशि व किए गए खर्च का विस्तृत ब्यौरा नगर आयुक्त स्थायी समिति के सदस्यों को उपलब्ध कराएं.

-पिछले वर्ष कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए मेयर व डिप्टी मेयर के द्वारा नागरिक सुविधा फंड से एक-एक करोड़ की राशि दी गई थी.

-राज्यसभा सदस्य महेश पोद्दार के द्वारा कुछ राशि दी गई थी.

-रांची नगर निगम की ओर से आरएमसी कोरोना रिलिफ फंड के नाम से एकाउंट खोला गया था.

-नगर विकास विभाग के माध्यम से भी पीपीई किट एवं अन्य संसाधनों के लिए आवंटित राशि की जानकारी दी जाए.

-रायपुर (छत्तीसगढ) की तर्ज पर हो कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए ऑक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था हो.

अस्थाई कोविड अस्पताल बनाया जाय

बन्ना गुप्ता को लिखे पत्र में मेयर ने कहा है कि रायपुर (छत्तीसगढ़) स्थित इंडोर स्टेडियम में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए ऑक्सीजन युक्त 360 बेड की व्यवस्था की गई है. इंडोर स्टेडियम को अस्थाई कोविड अस्पताल में परिवर्तित कर दिया गया है. लिहाजा रांची में भी रायपुर की तर्ज पर कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए अस्थाई कोविड अस्पताल की व्यवस्था करने की आवश्यकता है. प्रतिदिन आम लोगों के माध्यम से शिकायत मिल रही है कि सरकारी व निजी अस्पतालों में कोरोना से संक्रमित मरीजों को बेड उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. यदि संबंधित सरकारी व निजी अस्पतालों में अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर कोरोना संक्रमित मरीजों को बेड व चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दी जाए, तो न सिर्फ समस्याओं का समाधान होगा बल्कि आमलोगों की शिकायतें भी दूर होंगी.

बड़े होटलों को संक्रमित मरीजों के लिए उपयोग करने की मांग

कहा कि राजधानी में कई बड़े होटल व बैंक्वेट हॉल हैं. यहां कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज व बेड की व्यवस्था की जा सकती है. इसी तरह महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार के कारण प्रतिदिन हजारों की संख्या में प्रवासी कुशल व अकुशल श्रमिक झारखंड अपने घर लौट रहे हैं. बाहर से आने के बाद किसी के सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है तो किसी के सामने परिवार के भरण-पोषण की समस्या है. लिहाजा राज्य सरकार को 2020 की तरह इन समस्याओं का समाधान करने की आवश्यकता है.

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