Bermo : झारखंड में प्राकृतिक संसाधनों की कमी नहीं है. हर पर्व त्यौहार में पेड़ पौधें अपनी खूबसूरती के साथ कई तरह के गुण भी लेकर आते हैं. झारखंड में ऐसा ही पलाश के फूल की कहानी है. होली के ठीक पहले पलाश के पेड़ पर लहलहाते फूल अपनी खूबसूरती बिखेरते हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में होली पर पलाश के फूल से रंग बनाये जाते है. पलाश के फूल को गर्म पानी में उबालने से लाल गहरा रंग बनता है. लेकिन जैसे जैसे प्रगति होती गई बाजार में केमिकल वाले कई तरह के रंग बिकने लगे.
पलाश के फूलों से युग मार्शल महिला समूह ने बनाया शरबत
एक बार फिर आयुर्वेदिक शौध की ओर हमारा देश बढ़ रहा है. इसी शौध पर बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अंतर्गत सियारी पंचायत के युग मार्शल महिला समूह द्वारा पलाश के फूल से शरबत बनाने का प्रयास किया है.
शरबत गर्मी के दिनों में लूह से बचायेगा
झारखंड में अत्यधिक मात्रा में पलाश के फूल पाये जाते हैं. लेकिन कालांतर को छोड़ दें तो वर्तमान समय में उसका जीवन से जुड़े औषधि के रूप में उपयोग नहीं होता है. महिला समूह ने पलाश के फूल से शरबत बनाया है. महिला समूह का कहना है कि गर्मी के दिनों में अगर इस शरबत को सुबह और दोपहर पीने से लू नहीं लगेगा. शरबत शरीर में पानी का कमी को भी पूरा करेगा.
पलाश के फूलों में कई औषधीय गुण मौजूद
2020 से ही महिला समूह पलाश के फूल से शरबत बना रही हैं. अब इसे पूरे समाज के प्रयोग के लिए उत्पादन शुरू कर दिया है. महिला समूह के प्रशिक्षक सागेन किसान सहकारी समिति के संरक्षक गुलाब चंद्र का कहना है कि पलाश के फूल में कई औषधीय गुण हैं. यह विष नाशक का भी काम करता है. पलाश के जड़, पत्ता, बीज, फूल और इसका गोंद भी औषधीय गुणों में अमृततुल्य होते हैं.
फूलों के उपयोग करने से मिलेंगे रोजगार के अवसर
पलाश के फूलों का प्राकृतिक रूप से उपयोग करने से रोजगार के अवसर पैदा होंगे. साथ ही लोगों को निरोग करने में भी सहायता मिलेगी. भारत के सांस्कृतिक ग्रंथों में पलाश के कई वर्णित कथायें भी हैं. यह अध्यात्म के साथ भविष्य की सुखद अवसर देने वाला वृक्ष है. इसको ध्यान में रखते हुए झारखंड में पेय पदार्थ के रूप में इसका उपयोग वरदान साबित होगा. पलाश के फूल के शरबत को आगे बढ़ाने के लिए और अनुसंधान करने की जरूरत है.
पलाश के फूल के शरबत बनाने की सामग्री
नीचे दी गयी सभी सामग्रियों को मिलाकर शरबत बनाया जाता है.
- एक किलो पलाश के फूल
- 500 ग्राम मधु या चीनी या गुड
- 3 लीटर पानी
- नींबू का रस या इमली
- काला नमक
- अजवाइन
- जीरा
पलाश के फूल से शरबत बनाने का तरीका
- सबसे पहले पलाश के ताजा फूल को जमा करके इसे अच्छी तरह से धो लें.
- पलाश के फूलों की पंखुड़ी को निकाल कर साफ कर लें.
- इसे पीसकर उसका रस निकाल लें.
- उस रस को हल्का गर्म करने के बाद उस रस में मधु या गुड़ का घोल मिलाकर डाल दें.
- फिर उसमें स्वादानुसार काला नमक, जीरा, अजवाइन और पानी मिलाकर उसको कुछ देर के लिए छोड़ दें.
- इसके बाद इस शरबत का उपयोग किया जा सकता है.
पलाश के फूल से बना सकते हैं टूथ पेस्ट
- अगर पलाश के फूल ताजे ना हो तो उसे सुखा फूल को पानी में भिगो दें.
- उसे कुछ देर के बाद साफ कर लें.
- इसके बाद फिर पलाश के फूल को अच्छी तरह से उसकी पंखुड़ी निकालकर उसका पेस्ट बना लें.
- फिर इसमें गुड़ चीनी या मधु और नींबू या इमली का रस मिलाकर इसे टूथ पेस्ट के रुप में उपयोग किया जा सकता है.