ने कहा, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से ताकतवर बनेगा भारत, धर्मांतरण कानून के समर्थन में संघ
शरद पवार की खामोशी पर सवाल
रविशंकर प्रसाद कहा कि शरद पवार की खामोशी सवाल उठाती है. उद्धव ठाकरे की शांति और सदन के अंदर और बाहर सचिन वाजे को डिफेंड करने की क्या वजह है सचिन की हैसियात एक एएसआई है. जिसे क्राइम सीआईडी का चार्ज दिया गया. यह अपने आप में आश्चर्य की बात है. एक तरफ सीएम डिफेंड करता है. दूसरी तरफ होम मिनिस्टर कहता है कि मुझे 100 करोड़ लाकर दो. यह काफी गंभीर मसला है. इस मामले की गंभीर और ईमानदार जांच जरूरी है. स्वतंत्र एजेंसी से जांच जरूरी है क्योंकि इसमें शरद पवार की और मुंबई पुलिस की भूमिका आयेगी. मुख्यमंत्री और होम मिनिस्ट से कई सवाल किये जा सकते हैं. इसे भी पढ़ें : महाराष्ट्र">https://lagatar.in/will-bihar-politics-repeating-in-maharashtra-sanjay-rauts-tweet-we-are-just-looking-for-new-ways/40210/">महाराष्ट्रकी राजनीति में बिहार दोहराये जाने के कयास, संजय राउत का शायराना ट्वीट- हमको तो बस नये रास्तों की तलाश है
सचिन से और कितने गंदे काम कराये गये
प्रसाद ने कहा कि सवाल उठता है कि सचिन वाजे से महाराष्ट्र सरकार द्वारा और कितने गंदे काम कराये गये. यह मैं इसलिए कह रहा है हूं क्योंकि एक इंस्पेक्टर को सीएम डिफेंड कर रहा यह मैंने देश में कही नहीं देखा है. आखिर सचिन वाजे को बचाने की क्या मजबूरी थी. एक इंस्पेक्टर काफी सालों तक सस्पेंड रहने के बाद शिवसेना में लाया जाता है. उससे कई काम कराए गए. हमारी आशंका है कि पूरी महाराष्ट्र सरकार वाजे को बचा रही है क्योंकि उसके पास काफी राज छिपे हैं.गृह मंत्री पार्टी के लिए वसूली कर रहे थे या सरकार के लिए
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि एक गंभीर सवाल यह भी है कि गृह मंत्री अनिल देशमुख पर उगाही के आरोप हैं. 100 करोड़ रुपये कलेक्ट करने की बात कहने का आरोप है तो ऐसे में सवाल उठता है कि देशमुख ये वसूली अपने लिए कर रहे थे या एनसीपी के लिए या उद्धव सरकार के लिए कर रहे थे? इसपर शरद पवार और उद्धव ठाकरे को जवाब देना होगा. 100 करोड़ टारगेट था मुंबई से तो पवार और ठाकरे साहब बताएं कि पूरे महाराष्ट्र से कितने का टारगेट था. और अगर एक मंत्री का ये टारगेट था तो फिर और मंत्रियों का टारगेट क्या था. ये लूट की पराकाष्ठा है. उन्होंने कहा कि इसे लूट कहते हैं. इसे भी पढ़ें : राहुल">https://lagatar.in/rahul-gandhi-accuses-modi-government-freedom-of-speech-is-limited-to-just-a-matter-of-mind/40229/">राहुलगांधी का मोदी सरकार पर आरोप, बोलने की आजादी सिर्फ मन की बात तक ही सीमित है
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