NewDelhi : देश में लगातार तेल की कीमतें बढ़ने के कारण मोदी सरकार पर विपक्ष हमलावर है. केंद्रीय मंत्रियों को एक ओर विपक्ष के विरोध का सामना करना पड़ रहा है, दूसरी ओर जनता भी अब राहत की मांग करने लगी है. इसे लेकर एक कार्यक्रम में पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि राज्यों को पेट्रोल और डीजल पर वैट कम करना चाहिए, जिससे जनता को राहत मिल सके. हरदीप सिंह पुरी छत्तीसगढ़ में बोल रहे थे.
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हमारा प्रयास कीमतों को नियंत्रण में रखने का है
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए राज्यों से पेट्रोल और डीजल पर वैट में कटौती करने की अपील कर रही है. पत्रकारों द्वारा पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, हमारा प्रयास कीमतों को नियंत्रण में रखने का है, इसलिए केंद्र ने पिछले साल पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क घटाया था और राज्य सरकार से भी ऐसा करने को कहा था.
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छत्तीसगढ़ में पेट्रोल और डीजल पर वैट 24 फीसदी है
उन्होंने छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में पेट्रोल और डीजल पर वैट 24 फीसदी है. अगर इसे घटाकर 10 फीसदी कर दिया जाये तो कीमतें अपने आप गिर जायेंगी. उन्होंने कहा कि हालांकि जब खपत बढ़ रही है तो 10 फीसदी वैट भी बहुत ज्यादा है.
बता दें कि हरदीप सिंह पुरी जब छत्तीसगढ़ पहुंचे तो यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उनका जमकर विरोध किया. विरोध तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर किया गया. जानकारी के अनुसार कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री के काफिले को काले झंडे दिखाने की भी कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया.
हरदीप सिंह पुरी के दौरे को राजनीतिक करार देते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि नक्सल प्रभावित जिलों को दिए जाने वाले विशेष फंड को केंद्र ने रोक दिया है, जिससे विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं.
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