Ranchi : पतरातू में इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टुरिज्म कारपोरेशन (आईआरसीटीसी ) की रेल नीर फैक्ट्री बनाने की योजना पर पानी फिर गया है. यहां रेल नीर की फैक्ट्री के लिए मिली जमीन में पानी ही नहीं है. आसपास से भी पानी उपलब्धता की संभावनाओं पर गौर करने के बाद इस योजना को टाल दिया गया है.
आईआरसीटीसी ने अब रेल नीर उत्पादन के लिए दूसरी भूमि की मांग कर रही है. इस योजना के ठप होने से स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलने की संभावना फिलहाल खत्म हो गयी है.
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दूसरी भूमि देने के लिए आग्रह किया है
गत वर्ष रामगढ़ में रेल नीर फैक्ट्री बनाने में तकनीकी अड़चनों के बाद सांसद संजय सेठ की पहल पर इसे पतरातू में स्थापित करने की योजना बनायी गई थी. लेकिन अब इस योजना की असफलता पर आईआरसीटीसी ने झारखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण से रेल नीर उत्पादन के लिए दूसरी भूमि देने के लिए आग्रह किया है.
आईआरसीटीसी को इस मामले में झटका लगा है
यह दूसरा मौका है जब आईआरसीटीसी को इस मामले में झटका लगा है. इससे पहले स्वयं रेल मंत्री पीयूष गोयल के निर्देश पर रामगढ़ के अरगड़ा में रेल नीर फैक्ट्री स्थापित करने की योजना बनायी गई थी. लेकिन यहां सीसीएल की खदान होने के बावजूद इसे देने में तकनीकी कारणों से मामला उलझ गया. मामले में देरी होने पर पतरातू में ही राज्य की ओर से जमीन उपलब्ध करायी गई. लेकिन यह भी उपयुक्त नहीं निकली.
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पतरातू में उपलब्ध जमीन में रेल नीर का उत्पादन संभव नहीं है
आईआरसीटीसी के अधिकारी वाई मिंज ने बताया कि पतरातू में उपलब्ध जमीन में रेल नीर का उत्पादन संभव नहीं है. इसके लिए स्थानीय स्तर पर दूसरे स्थान में जमीन की तलाश की जा रही है. खासकर ऐसी जमीन चाहिए जिसमें पानी हो या फिर आसपास पानी के अच्छे स्रोत हों.
शुद्ध पानी की गुणवत्ता मामले में रेल नीर यहां उपलब्ध पानी की अन्य उत्पादों से बेहतर है. लेकिन राजधानी समेत अन्य बड़े रेलवे स्टेशन धनबाद, जमशेदपुर, बोकारो आदि में इसकी आपूर्ति जरूरत से काफी कम है. इस कमी को पूरा करने के लिए स्टेशनों में पानी की अन्य उत्पादों से यात्रियों की जरूरत पूरा होती है. इसी कमी को पूरा करने के लिए यहां रेल नीर फैक्ट्री लगाने की योजना बनायी गई है. इससे स्थानीय स्तर पर सभी स्टेशनों में जरूरत के अनुसार रेल नीर की आपूर्ति की जाएगी.
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यहां 60 हजार लीटर रेल उत्पादन करने की योजना है
आइआरसीटीसी के अनुसार पहले चरण में यहां 60 हजार लीटर रेल उत्पादन करने की योजना है. इसके बाद यहां रोजाना 50 हजार गैलन रेल नीर का उत्पादन किया जाएगा.
न्य रेल मंडलों में रेल नीर की आपूर्ति पटना से होती है
रांची और झारखंड के अन्य रेल मंडलों में रेल नीर की आपूर्ति पटना से होती है. पटना के दानापुर में रेल नीर की फैक्ट्री से ही झारखंड में सप्लाई की जाती है. लेकिन दानापुर में तैयार रेल नीर से बिहार के विभिन्न स्टेशनों में ही आपूर्ति नहीं हो पाती. इसलिए रांची समेंत अन्य स्टेशनों में मांग की तुलना में काफी कम आपूर्ति हो पाती है.
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