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भाकपा माले में नैतिक साहस नहीं : अन्नपूर्णा देवी
अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि भाकपा माले में यह बताने का नैतिक साहस भी नहीं कि राज्य सरकार किस प्रकार केंद्र सरकार द्वारा भेजे जा रहे गरीब कल्याण अन्न योजना को लूट रही है. यह लूट सबसे ज्यादा वहां है, जहां का विधायक इनका उम्मीदवार है. मैंने गरीबों के निवाले पर डाका डालनेवालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए विभिन्न स्तरों पर शिकायत के पत्र लिखे, तब कहीं जांच और गड़बड़ी करनेवालों के खिलाफ कार्रवाई हुई. दूसरी तरफ, भाकपा माले सड़क पर आंदोलन की नौटंकी करता रहा और इस पार्टी के विधायक सहित सभी स्तर के जन प्रतिनिधि गरीबों के अनाज की लूट में अपना अपना हिस्सा लेते रहे. भाकपा माले और इंडी गठबंधन में यह बताने का नैतिक साहस भी नहीं है कि ज्यादातर विकास कार्यों के लिए केंद्र सरकार सिर्फ धन मुहैया कराती है लेकिन योजनाओं का चयन और क्रियान्वयन राज्य सरकार के हाथ में है. फिर, तीन गुना पैसा केंद्र द्वारा भेजे जाने के बाद भी हर घर नल से जल योजना की खराब स्थिति के लिए भाकपा माले सहित इंडी गठबंधन के विधायक और राज्य सरकार जिम्मेवार क्यों नहीं? करमा मेडिकल कॉलेज का निर्माण भले ही मोदी सरकार के पैसे से हो रहा हो लेकिन निर्माण कार्य तो राज्य सरकार के उपक्रम भवन निर्माण निगम के पास है, फिर भाकपा माले और इंडी गठबंधन के नेता ये बोलने में क्यों डरते हैं कि इसके निर्माण में हुई देर के लिए हेमंत सोरेन की सरकार जिम्मेवार है. भाकपा माले के नेता भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी बड़ी बातें करते हैं लेकिन ईडी द्वारा करोड़ों की बरामदगी के बारे में बोलने की इनकी हिम्मत नहीं क्योंकि इन्हें पता है कि अगर इनका मुंह खुला तो बंधे बंधाए कमीशन और लूट में हिस्सेदारी से हाथ धोना पड़ेगा. ऐसे और भी कई उदाहरण हैं जिनके जरिए जनता समझ चुकी है कि चुनाव में भाजपा के खिलाफ साजिश कर रही भाकपा माले के पास केवल और केवल झूठ का हथियार है और ईमानदारी, नैतिकता, पारदर्शिता का ढोंग करनेवाला भाकपा माले दरअसल चोरों का यार है. इसे भी पढ़ें-धनबाद">https://lagatar.in/dhanbad-rs-1-32-lakh-seized-from-2-people-riding-tempo-in-jharia/">धनबाद: झरिया में टेंपो सवार 2 लोगों के पास से 1.32 लाख रुपए जब्त [wpse_comments_template]