Ranchi: प्रकृति पर्व सरहुल की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. 10 अप्रैल को हातमा सहित अन्य अखरा और सरना स्थल में घड़े में जल भराई की रश्म अदा की जाएगी. 11 अप्रैल को सुबह में घड़े में रखे जल को देखकर इस वर्ष बारिश की भविष्यवाणी की जाएगी. 11 अप्रैल को सुबह में सभी अखरा और सरना स्थल में सरहुल की पूजा-अर्चना पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ होगी. इसके बाद दोपहर बाद रांची के विभिन्न अखरा एवं सरना स्थलों से सरहुल की भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी जो मुख्य सरना स्थल सिरम टोली जाकर समाप्त होगी.
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सिरम टोली जाएंगे सीएम चंपाई और कल्पना सोरेन
सिरम टोली सरना स्थल में सुबह में सरहुल की विशेष पूजा-अर्चना आयोजित की जाएगी. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन और पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन मुर्मू शामिल होंगी. सीएम चंपाई को आमंत्रित करने के लिए केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की के नेतृत्व में आदिवासी संगठनों का दल उनसे मिला. तिर्की ने बताया कि कल्पना सोरेन से फोन से बात हो गई है. उन्होंने आने का भरोसा दिया है.
आकर्षक झांकी को एक लाख रुपये और पहले पहुंचने वाले जुलूस को 5 हजार रुपये दिया जाएगा
केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि इस बार शोभायात्रा में निकाले जाने वाले आकर्षक झांकियों को पुरस्कृत किया जाएगा. प्रथम पुरस्कार के रूप में 1 लाख, द्धितीय के लिए 50 हजार, तृतीय पुरस्कार के लिए 25 हजार और सांत्वना पुरस्कार के रूप में पांच हजार रुपये दिये जाएंगे. इसके अतिरिक्त सिरम टोली पहुंचने वाले प्रथम शोभायात्रा को पांच हजार रुपे दिये जाएंगे. इतना ही नहीं शोभायात्रा में शामिल खोरहा दल को साड़ी, धोती, गंजी देकर सम्मानित किया जाएगा. यह सम्मान सरहुल के बाद 15 अप्रैल को मोरहाबादी के संगम गार्डेन में दिया जाएगा.
शहर और अखरा सरना झंडों से पटा
पूरा शहर सरहुल मय हो गया है. शहर के सभी चौक-चौराहों एवं अखरा सरना झंडों से पट गया है. अखरा एवं सरना स्थलों को साफ-सफाई, रंग रोहन आदि किया जा रहा है. इसके अलावे सरहुल की सुबह की पूजा और शोभयात्रा की भी तैयारी जोरों पर है.
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