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विदेश मामलों की कमेटी में अमेरिका-चीन को लेकर राहुल गांधी ने पूछे सवाल, एस जयशंकर ने दिये जवाब

NewDelhi : शनिवार को विदेश मामले की संसदीय कंसलटेटिव कमेटी की बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा विदेश मंत्री की मौजूदगी में विदेश नीति पर कई सवाल पूछे. खबरों के अनुसार बैठक में सभी  दलों के सांसद शामिल थे. सूत्रों के अनुसार संसदीय कंसलटेटिव कमिटी में राहुल गांधी ने अमेरिका और चीन के बीच बंटी दुनिया को लेकर भारत की रणनीति पर सवाल पूछा. इसे भी पढ़ें : यही">https://lagatar.in/this-is-the-real-face-of-nationalism-and-nationalists/18523/">यही

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बाइपोलर वर्ल्ड में भारत का क्या स्टैंड है

राहुल गांधी ने पूछा कि अमेरिका और चीन के मध्य बंटी दुनिया (बाइपोलर वर्ल्ड) में भारत का क्या स्टैंड है.  राहुल ने भारत की  ग्लोबल रणनीति को लेकर सरकार से जानकारी चाही. साथ ही राहुल गांधी ने मंतव्य दिया कि  नयी परिस्थितियों के बीच भारत को एक ग्लोबल रणनीति बनाने की जरूरत है. इसके जवाब में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने  कहा कि दुनिया मल्टीपोलर वर्ल्ड की तरफ बढ़ रही है और उनको नहीं लगता कि चीन इतना प्रबल होने वाला है. इस क्रम में राहुल गांधी ने चीन और पाकिस्तान के गठजोड़ को लेकर भी चिंता जताते हुए  पूर्व की कांग्रेस सरकारों के अनुभवों को सरकार से साझा करने का भी प्रस्ताव रखा. इसे भी पढ़ें : संयुक्त">https://lagatar.in/un-representative-referring-to-stan-swamy-said-india-does-not-give-protection-to-supporters-of-human-rights/18424/">संयुक्त

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 राहुल ने सरकार के खिलाफ आरोपों की झड़ी लगायी

खबर है कि  राहुल गांधी ने सरकार ने साफ-साफ पूछा कि क्‍या उसके पास कोई ऐसी रणनीति है जिसे तीन वाक्‍यों में समेटा जा सके? राहुल ने पूछा कि क्‍या सरकार उस स्थिति में क्‍या करेगी जब चीन की रणनीति सैन्‍य से हटकर क्षेत्रीय हो जायेगी. जहां पुरानी सिल्‍क रोड को बदलकर एक लैंड रूट में बदल दिया जायेगा जो चीन को यूरोप (बीआरआई) और पाकिस्‍तान (CPEC) के जरिए खाड़ी से जोड़ देगा ताकि भारत का केंद्रीय रूप कमजोर पड़ जाये.  राहुल ने सरकार के खिलाफ आरोपों की झड़ी लगाते हुए कहा कि वह अपनी उपलब्धियां न गिनायें, बल्कि एक साफ और मजबूत` रणनीति सामने रखें. सूत्रों के अनुसार जयशंकर ने कहा कि चीन ने पूर्वी लद्दाख में जो किया, उससे शांति भंग हुई है. उन्‍होंने कहा कि सरकार की रणनीति अभी यह है कि सीमावर्ती इलाकों में सैनिक तैनात रखे जायेंगे. विदेश मंत्री के अनुसार चीन को समस्‍या भारत के बॉर्डर इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर को मजबूत करने से है. उन्‍होंने कहा कि यह (इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर का विकास) 2014 तक (जबतक यूपीए की सरकार थी) धीमा था. इसके बाद से सरकार ने इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर बजट को बढ़ाया और उसे लागू करने की स्‍पीड को चौगुना कर दिया. इसे भी पढ़ें : तिब्‍बत">https://lagatar.in/global-times-angry-over-advice-of-brahma-chelani-on-tibet-he-threatened-on-kashmir-sikkim/18473/">तिब्‍बत

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बैठक में विदेश सचिव हर्ष सिंगला ने प्रेजेंटेशन दिया

सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी ने अमेरिका चीन के बीच में संघर्ष की स्थिति में भारत के स्टैंड को लेकर भी सवाल दागा.  बैठक में राहुल गांधी के अलावा शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, कांग्रेस सांसद शशि थरूर, भाजपा सांसद जीवीएल नरसिम्हा, आनंद शर्मा  मौजूद थे. बैठक में विदेश सचिव हर्ष सिंगला ने प्रेजेंटेशन दिया बता दें कि पार्लियामेंट्री अफेयर्स मिनिस्ट्री द्वारा संसदीय कंसलटेटिव कमेटी का गठन किया जाता है. कमेटी  के चेयरमैन संबंधित मंत्रालय के मंत्री होते हैं. इसका मकसद सांसदों को सरकार की नीतियों और पॉलिसी के बारे में जानकारी देना होता है. कमेटी में दोनों सदनों के सांसद मौजूद रहते हैं. बैठक के बाद शशि थरूर ने ट्वीट कर  साढ़े तीन  घंटे चली बैठक को सकारात्मक करार दिया. कहा किविदेश मंत्री ने सांसदों के सवालों के जवाब दिये.
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