Bengaluru : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि भारत युद्ध नहीं चाहता, लेकिन यदि कोई महाशक्ति देश के सम्मान को ठेस पहुंचाती है, तो देश के सैनिक मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं. राजनाथ सिंह का इशारा चीन की तरफ था. बता दें कि चीन के आठ महीने से सीमा में गतिरोध चल रहा है. इस क्रम में रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत कभी किसी देश के साथ संघर्ष नहीं चाहता। भारत ने हमेशा अपने पड़ोसियों के साथ शांति और मित्रवत संबंध रखने को प्राथमिकता दी है.

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भारत अपने पड़ोसियों के साथ शांति और दोस्ताना संबंध चाहता है,
रक्षा मंत्री बेंगलुरु में भारतीय वायु सेना की मुख्यालय प्रशिक्षण कमान में पांचवें सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस के अवसर पर बोल रहे थे. राजनाथ सिंह ने कहा, भारत अपने पड़ोसियों के साथ शांति और दोस्ताना संबंध चाहता है, क्योंकि यह हमारे खून और संस्कृति में है.
’चीन के साथ गतिरोध का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय सैनिकों ने अनुकरणीय साहस और धैर्य दिखाया है और यदि इसे बयां किया जा सके तो हर भारतीय को गर्व होगा.
रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान की जमीन पर आतंकवादियों को ढेर कर देने का असाधारण साहस दर्शाने वाले भारतीय जवानों की भी प्रशंसा की. प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत कार्यक्रम में मौजूद थे.
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83 तेजस लड़ाकू विमानों की खरीद को मंजूरी
बता दें कि कैबिनेट मामलों की सुरक्षा समिति ने बुधवार को वायुसेना के लिए देश में बने 83 तेजस लड़ाकू विमानों की खरीद को मंजूरी प्रदान कर दी थी। इनमें 73 तेजस मार्क 1ए तथा 10 मार्क ए ट्रेनर तेजस विमान शामिल हैं। यह खरीद हिन्दुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से की जाएगी और यह सौदा करीब 48 हजार करोड़ का होगा।

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