Ranchi: जिले में बढ़ती गर्मी और पेयजल संकट के मद्देनज़र जिला प्रशासन ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की. इस बैठक में जिले के सभी पंचायतों के मुखिया, पंचायत सचिव, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग रांची के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ), और ग्राम रोजगार सेवक शामिल हुए, जिसे डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने निर्देशित किया.
बैठक के मुख्य बिंदु
1. पेयजल स्थिति की समीक्षा: बैठक में पेयजल की स्थिति पर विस्तृत चर्चा की गई. अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि चापाकल की मरम्मत और नई चापाकल की स्थापना की अद्यतन स्थिति की रिपोर्ट तैयार की जाए. चापाकलों की भौतिक स्थिति का आकलन करते हुए यह सुनिश्चित किया गया कि गर्मी के मौसम में पेयजल की कोई भी समस्या उत्पन्न न हो.
2. मुखियाओं से संवाद: बैठक के दौरान पंचायत मुखियाओं से सीधे संवाद किया गया. उनसे पेयजल की स्थिति और चापाकलों की मरम्मती एवं नए चापाकलों की भौतिक स्थिति के बारे में जानकारी ली गई. उन्हें जल्द ही मरम्मत की सूची और सत्यापन रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया गया.
3. सख्त निर्देश और निगरानी: डीसी ने सभी संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी हालत में पेयजल की समस्या उत्पन्न नहीं होनी चाहिए. उन्होंने सभी अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि चापाकल की मरम्मत समय पर हो और नए चापाकल स्थापित किए जाएं.
जिला प्रशासन का प्रमुख उद्देश्य पेयजल सुविधाओं को सुदृढ़ करना और पंचायतों को अधिक प्रभावी बनाना है. गर्मी के मौसम में पानी की कोई कमी न हो, इसके लिए सभी अधिकारियों को लगातार निगरानी रखने और कार्यों को शीघ्रता से निष्पादित करने की आवश्यकता है.
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