Ranchi . राजधानी में लॉकडाउन के खत्म होने के बाद भी नगर निगम के काम करने के तरिके में कोइ बदलाव नहीं आ रहा है. आम लोगों को हाेेने वाली परेशानियां जस की तस ही बनी हुई हैं, निगम को आम लोगों की परेशानियों से कोई लेना देना नहीं हैं. लॉकडाउन के खत्म होने के बाद के दो महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी लोगों को नक्शा पास करवाने के लिए निगम के धक्के खाने पड़ रहे हैं. मेयर मैडम और डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय के भी वायदे धरातल पर सच होते नहीं दिखाई दे रहे हैं. निगम की ओर से नक्शे का परमिशन मिलने में इतनी देर हो रही है कि लोग परेशान हो जा रहे हैं.
ऑनलाइन व्यवस्था से भी नहीं हो रहा है फायदा
हालांकि नक्शा पास कराने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था की गई है. लेकिन नक्शा पास कबतक हो जाएगा इसके लिए कोई समयावधि निर्धारित नहीं की जा सकी है, इसी कारण लोगों को नक्शा पास करावने के बाद काफी लंबे समय तक इंजतार करना पड़ रहा है. बता दें कि पिछले 2 महीने से लंबित नक्शों का निष्पादन नहीं हुआ है, तो वहीं नए नक्शे भी पास नहीं किए गए हैं.
लंबित नक्शों के कारण हटाए गए थे टाउन प्लानर
मालूम हो कि मार्च महीने में लंबित नक्शे की वजह से नगर विकास विभाग सचिव विनय कुमार चौबे ने टाउन प्लानर मनोज कुमार को उनके पद से हटा दिया था. दूसरे टाउन प्लानर गजानंद राम को भी शो कॉज जारी किया गया था. उस समय मनोज कुमार के पास 56, जबकि गजानंद राम के पास 17 नक्शे लंबित पाए गए थे. इसके अलावे विभिन्न स्तरों पर 700 से अधिक नक्शे लंबित पाए गए थे. लेकिन फिर भी अब तक लंबित लगभग 800 नक्शों का निष्पादन नहीं हो सका है.
लोगों की परेशानी का है एहसास: टाउन प्लानर
पूरे मामले में जब टाउन प्लाएनर श्रीकांत शरण से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमें भी लोगों की परेशानी का एहसास है और लंबित मामलों के निष्पादन का प्रयास लगातार किया जा रहा है,उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे आवेदन हैं जिसमें जमीन के पूरे कागजात नहीं मिले हैं या फिर शिकायत मिली है. उसकी जांच के बाद ही नक्शा पास करने की प्रक्रिया पूरी होती है.
नक्शा पास करवाने में लग रहे हैं 2 साल
ऑनलाइन व्यवस्था के तहत अप्लाई करने के बाद भी लोगों को नक्शा पास करवाने में 2 साल का समय लग जा रहा है. लोगों का कहना है कि नक्शा पास करने के लिए निगम अपनी मनमानी करता है साथ ही टाइम फ्रेम नहीं होने के कारण हमें ज्यादा परेशान किया जाता है. बता दें कि रांची नगर निगम में आए दो नए टाउन प्लानर के बावजूद 800 से अधिक नक्शों का निष्पादन लंबित है. जिसके जल्द निपटारे की उम्मीद नहीं की जा सकती है.