Ranchi: शहर की सड़कों पर तपती धूप, बरसात और ठिठुरती ठंड में रोज़मर्रा की ज़िंदगी के लिए फल-सब्ज़ियां बेचने वाले विक्रेताओं को भले ही शेड की छांव नसीब हो गई हो, लेकिन बुनियादी सुविधाओं से वे अब भी दूर हैं. नगर निगम ने लाखों-करोड़ों रुपये खर्च कर लालपुर बाजार, डेली मार्केट, मोरहाबादी और वेजिटेबल मार्केट में शेड बनवाए ताकि एक छत के नीचे व्यवस्थित रूप से कारोबार हो सके. मगर हकीकत हैरान करने वाली है. यहां न शौचालय है, न पीने का पानी और न ही पार्किंग की सुविधा. डेली मार्केट की एक स्थानीय सब्ज़ी विक्रेता ने बताया, हमसे हर दिन 25 रुपया वसूला जाता है, लेकिन पीने के पानी की एक बूंद तक नसीब नहीं होती है. शौचालय जाना हो तो टैक्सी स्टैंड जाना पड़ता है और वहां भी 10 रुपया देना पड़ता है. लालपुर बाजार की विक्रेता कोशीला देवी और सुमोद कुमार बताते हैं कि शेड बने हुए एक साल होने जा रहा है. मगर अभी तक न पानी की व्यवस्था हुई है और न ही शौचालय की व्यवस्था हो पाई है. महिलाओं के लिए हालात और भी बदतर हैं. एक किलोमीटर दूर शौचालय जाना पड़ता है, उसका भी चार्ज लगता है. एक अन्य विक्रेता का कहना है, पानी खरीदकर पीना पड़ता है या फिर घर से बोतल भरकर लाना पड़ता है. गर्मी में स्थिति और भी मुश्किल भरी हो जाती है. जब सरकार शुल्क ले रही है, तो सुविधाएं देना उसकी ज़िम्मेदारी नहीं, बल्कि जवाबदेही बनती है.
प्रशासन से सवाल-फीस के बदले सुविधा क्यों नहीं? इन विक्रेताओं ने अपनी पीड़ा साझा करते हुए बताया कि एक ओर उन्हें महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है, दूसरी ओर बिना सुविधाओं के जीवन जीने की मजबूरी है. जब निगम शुल्क वसूल रहा है तो फिर न्यूनतम सुविधाएं क्यों नहीं दी जा रही?

https://lagatar.in/wp-content/uploads/2025/05/5-1.jpg"
alt="" width="600" height="400" />

https://lagatar.in/wp-content/uploads/2025/05/6-1.jpg"
alt="" width="600" height="400" />
इसे भी पढ़ें- आतंकवादियों,">https://lagatar.in/decisive-action-will-be-taken-against-terrorists-and-their-supporters-pm-modi/">आतंकवादियों,
उनके मददगारों के खिलाफ होगी निर्णायक कार्रवाई : पीएम मोदी