Ranchi: रांची के पुरुलिया रोड स्थित लोयोला मैदान में गुरुवार को धर्म विधि एवं पवित्र मिस्सा की गई. इस दौरान ईसा मसीह द्वारा 12 शिष्यों के पैर धोने की घटना को स्मरण करते हुए आर्च बिशप विंसेंट आइंद ने 12 सामान्य लोगों के पैर धोकर नम्र, दीन, हीन होने का संदेश दिया. मौके पर फादर आनंद डेविड, फादर दीपक बाड़ा, फादर अजय खलखो, फादर जॉर्ज मिंज, फादर जस्टिन तिग्गा, फादर थियोडोर टोप्पो, फादर मुकुल लकड़ा, फादर असीम मिंज, फादर महेंद्र पीटर तिग्गा सहित काफी संख्या में कैथोलिक मसीही विश्वासी मौजूद थे.
इन लोगों के धोये गये पैर
कुम्हार टोली के प्लासिदियुस कुजूर, अलबर्ट कंपाउंड के प्रेम तिग्गा, फातिमा नगर के ज्योतिष तिर्की, गुंगू टोली के अजीत तिर्की, पत्थलकुदवा के उल्लास फ्रांसिस कुजूर, मधुकम के जोसेफ टोप्पो, पुराना बैंक डेरा के सचिन टोप्पो, टमटम टोली के आस्कर केरकेट्टा, धुमसा टोली के एवी राय, कोनका सिरोम टोली के प्रदीप कुजूर, बढ़ी टोली के जकारियस खलखो व गढ़ाटोली के मनोज लकड़ा शामिल हैं.
संत पॉल गिरजाघर के मैदान में प्रार्थना आराधना के साथ कार्यक्रम प्रारंभ हुआ. पुण्य बृहस्पतिवार के मुख्य अनुष्ठक बिशप बीबी बास्के थे, उन्होंने यीशु के प्रभु भोज की स्थापना विधि के क्रम में संदेश दिया. मौके पर पुरोहित डेविड, पुरोहित एस भुइयां, पुरोहित जे भुइयां, पुरोहित वी कुजूर एवं पुरोहितगण व विश्वासी कलीसिया शामिल हुए.
जीइएल चर्च में प्रभुभोज पर्व पर विशेष हुई जिसके मुख्य उपदेशक रेव्य जे भेंगरा , प्रभुभोज अनुष्ठक रेव्य एम बिलुंग, आराधना संचालन रेव्ह बी तोपनो व रेव्ह एन गुड़िया ने किया. मौके पर सभी विश्वासी कलीसिया शामिल हुए और प्रभु भोज ग्रहण किया. एनडब्लू जीइएल चर्च में आराधना हुई, जिनमें बिशप निस्तार कुजूर ने मुख्य उपदेश कलीसिया को दिया. मौके पर रेव्ह सलमोन एक्का, रेव्ह शशि मिंज, यीशु नासरी, आर्च बिशप राजीव सतीश टोप्पो एवं सभी पुरोहित उपस्थित थे.