Chandwa : टोरी स्टेट की रानी दुर्गावती का 93 साल की उम्र में निधन हो गया. रांची के मोरहाबादी स्थित अपने आवास पर उनका निधन हुआ. रानी दुर्गावती लंबे समय से बीमार चल रही थीं. इलाज के दौरान इनकी मृत्यु हुई. उनके निधन की सूचना मिलते ही टोरी राजघराने समेत इलाके में शोक की लहर दौड़ गई. इसकी सुचना रानी दुर्गावती के पोते ने दी. बता दें कि टोरी परगना और टोरी रेल स्टेशन का नाम इसी राज घराने के नाम पर पड़ा था.
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सबको साथ लेकर चलती थीं रानी दुर्गावती
रानी दुर्गावती देवी के बारे में कहा जाता है कि वो सबको साथ लेकर चलती थीं. सभी धर्मों को समान रूप से मानती थीं. यही वजह है कि चाहे गरीब हो या अमीर सभी के मुंह से रानी दुर्गावती देवी और इनके परिवार की तारीफ होती रही है. बुजुर्ग बताते हैं कि कामता फिल्ड में कामता व बेलवाही गांव में मुहर्रम का ताजिया हमेशा रूकता था. एक वर्ष जब ताजिया नहीं रुकी तो रानी दुर्गावती देवी चिंतित हो गई. मुस्लिम समुदाय को उन्होंने बुलाकर पूछा कि क्या कोई बात हो ग., किसी ने मना किया तो बताइए कौन मना किया. रानी दुर्गावती देवी के कहने पर फिर से कामता मैदान में ताजिया रुकने लगी और मुहर्रम का मेला लगने लगा.
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