Lagatar
Language : ENGLISH | URDU
शुभम संदेश : E-Paper
  • होम
  • न्यूज़ डायरी
    • सुबह की न्यूज़ डायरी
    • शाम की न्यूज़ डायरी
  • झारखंड न्यूज़
    • दक्षिण छोटानागपुर
      • रांची न्यूज़
      • खूंटी
      • गुमला
      • सिमडेगा
      • लोहरदग्गा
    • कोल्हान प्रमंडल
      • जमशेदपुर
      • चाईबासा
      • सरायकेला
    • उत्तरी छोटानागपुर
      • हजारीबाग
      • रामगढ़
      • चतरा
      • गिरीडीह
      • कोडरमा
    • कोयला क्षेत्र
      • धनबाद
      • बोकारो
    • पलामू प्रमंडल
      • पलामू
      • गढ़वा
      • लातेहार
    • संथाल परगना
      • दुमका
      • देवघर
      • जामताड़ा
      • गोड्डा
      • साहिबगंज
      • पाकुड़
  • देश-विदेश
  • बिहार
  • ऑफबीट
  • आखर
  • ओपिनियन
  • खेल
  • व्यापार
  • मनोरंजन
  • हेल्थ
  • E-Paper
No Result
View All Result
Lagatar
No Result
View All Result
Home झारखंड न्यूज

गर्मी में सूख जाने वाली नदियों को बाढ़ वाली नदियों से जोड़ा जाए : राज्यपाल

बीएयू में बाढ़ और जलाशय अवसादन को रोकने के लिए राष्ट्रीय सम्मेलन, रमेश बैस ने किया उद्घाटन

by Lagatar News
22/09/2022
in झारखंड न्यूज, बड़ी खबर, रांची न्यूज़
Ranchi : राज्यपाल रमेश बैस ने गुरुवार को बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित ”बाढ़ एवं जलाशय अवसादन रोकने के लिए लैंडस्केप प्रबंधन” विषय पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया. सम्मेलन में आईसीएआर के विभिन्न शोध संस्थानों, कृषि विश्वविद्यालयों, केंद्र सरकार, राज्य सरकार और अन्य स्वायत्तशासी संस्थानों के 300 से अधिक वैज्ञानिक एवं पदाधिकारी भाग ले रहे हैं. मौके पर राज्यपाल ने कहा कि देश में बाढ़ चेतावनी प्रणाली को दुरुस्त करने तथा अटल बिहारी वाजपेई के सपनों के अनुरूप मौसमी और सदाबहार नदियों को एक दूसरे से जोड़ने पर जोर दिया गया है. उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन से समाज और अर्थव्यवस्था का हर क्षेत्र प्रभावित होता है. परंतु इसकी सर्वाधिक मार किसानों पर पड़ती है. पूर्वी और उत्तरी राज्यों के अलावा अब राजस्थान में भी बाढ़ आ रही है. आवश्यकता है कि गर्मी में सूख जाने वाली नदियों को बाढ़ वाली नदियों से जोड़ा जाए, ताकि बाढ़ और सुखाड़ से निबटने में सरकारी राशि के खर्च को न्यूनतम किया जा सके. वैज्ञानिकों को किसानों के बीच जाकर उनकी समस्याओं और परिस्थितियों को समझना होगा तथा उन्नत तकनीक और बीज उपलब्ध कराना होगा.

वर्षा जल के समुचित प्रबंधन की जरूरत : कुलपति

बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने बीएयू की प्रमुख गतिविधियां और उपलब्धियों पर कहा कि झारखंड में मृदा अपरदन की समस्या बढ़ती जा रही है जिससे प्रतिवर्ष बड़ी मात्रा में उपजाऊ मिट्टी बर्बाद हो रही है. असम और मेघालय के बाद सर्वाधिक वर्षा झारखंड में होती है. आवश्यकता है उस वर्षा जल के समुचित प्रबंधन की. उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन की अनुशंसाओं से केंद्र एवं राज्य सरकारों को लाभकारी कृषि योजना बनाने में मदद मिलेगी.

देना होगा जन आंदोलन का रूप : ग्रामीण विकास सचिव

झारखंड के ग्रामीण विकास सचिव डॉ मनीष रंजन ने कहा कि दुनिया की 52% भूमि और दक्षिण एशिया की 78% भूमि डिग्रेडेशन से प्रभावित है. इससे उत्पादन और संस्कृति का क्षरण तो हो ही रहा है खाद्य सुरक्षा भी प्रभावित हो रही है और गरीबों का पलायन बढ़ रहा है. भूमि एवं जल संरक्षण प्रयासों को एक जन आंदोलन का रूप देना होगा और इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग जैसी नवीनतम सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करना होगा.

इनके सहयोग से किया जा रहा है सम्मेलन

सम्मेलन का आयोजन इंडियन एसोसिएशन ऑफ सॉइल एंड वॉटर कंजर्वेशनिस्ट्स (भारतीय मृदा एवं जल संरक्षणविद संघ), देहरादून द्वारा भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान, देहरादून; बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, रांची; महात्मा गांधी समेकित कृषि अनुसंधान संस्थान, मोतिहारी और भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, हजारीबाग, दामोदर घाटी निगम, हजारीबाग तथा झारखंड सरकार के मृदा संरक्षण निदेशालय और झारखंड राज्य वाटरशेड मिशन के सहयोग से किया जा रहा है. सम्मेलन के आयोजन सचिव भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ गोपाल कुमार और डॉ देवाशीष मंडल हैं.
इसे भी पढ़ें – कुरमी जाति को एसटी सूची में शामिल करने की मांग को लेकर आंदोलन जारी, झारखंड से चलने वाली दर्जनों ट्रेनें रद्द
Subscribe
Login
Notify of
guest
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments
ShareTweetSend
Previous Post

लातेहार: मनिका के मजदूर की चेन्नई में सड़क हादसे में मौत

Next Post

आदित्यपुर : जेपी उद्यान में उनकी प्रतिमा नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण

Related Posts

बजट सत्र: दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू होते ही फिर लगे श्री राम के नारे

बजट सत्र: दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू होते ही फिर लगे जय श्री राम के नारे

21/03/2023
बजट सत्र: सदन में सुदेश ने दी सरकार को चुनौती, कहा - 3 साल में कितने बेरोजगारों को दिया भत्ता, आंकड़ा दें

बजट सत्र: सदन में सुदेश ने दी सरकार को चुनौती, कहा – 3 साल में कितने बेरोजगारों को दिया भत्ता, आंकड़ा दें

21/03/2023

इंतजार खत्म, बिहार बोर्ड 12वीं का रिजल्ट आज दोपहर 2 बजे होगा जारी

21/03/2023

HC ने रांची DC से मांगा हिनू नदी के पास की भूमि का खतियान

21/03/2023

बजट सत्र : सदन में लगे जय श्रीराम के नारे, कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित

21/03/2023

बजट सत्र : खतियानी त्रुटि के कारण चीक-बड़ाईक समाज को प्रमाण पत्र बनाने में परेशानी-शिल्पी

21/03/2023
Load More
Next Post
आदित्यपुर : जेपी उद्यान में उनकी प्रतिमा नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण

आदित्यपुर : जेपी उद्यान में उनकी प्रतिमा नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण

  • About Editor
  • About Us
  • Team Lagatar
  • Advertise with us
  • Privacy Policy
  • Epaper
  • Cancellation/Refund Policy
  • Contact Us
  • Pricing
  • Terms & Conditions
  • Sitemap

© 2022 Lagatar Media Pvt. Ltd.

No Result
View All Result
  • न्यूज़ डायरी
    • सुबह की न्यूज़ डायरी
    • शाम की न्यूज़ डायरी
  • झारखंड न्यूज़
    • दक्षिण छोटानागपुर
      • रांची न्यूज़
      • खूंटी
      • सिमडेगा
      • गुमला
      • लोहरदग्गा
    • कोल्हान प्रमंडल
      • जमशेदपुर
      • सरायकेला
      • चाईबासा
    • उत्तरी छोटानागपुर
      • हजारीबाग
      • चतरा
      • रामगढ़
      • कोडरमा
      • गिरीडीह
    • कोयला क्षेत्र
      • धनबाद
      • बोकारो
    • पलामू प्रमंडल
      • पलामू
      • गढ़वा
      • लातेहार
    • संथाल परगना
      • दुमका
      • देवघर
      • जामताड़ा
      • साहिबगंज
      • पाकुड़
  • देश-विदेश
  • बिहार
    • पटना
  • ओपिनियन
  • हेल्थ
  • हाईकोर्ट
  • जानकारी
  • टेक – लगातार
  • मनोरंजन
  • लाइफ स्टाइल
  • व्यापार
  • वीडियो
  • आखर
  • खेल
  • राजनीति
  • शिक्षा
  • क्राइम
  • मौसम
  • बिटकॉइन
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्य प्रदेश
  • ऑफबीट
  • आप की आवाज़
  • आपके लेख
  • धर्म
  • E-Paper
wpDiscuz
0
0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x
| Reply