उन्होंने ट्विटर पर लिखा, भारतीय कंपनी के नाते इंफोसिस का भारत की उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान है. इंफोसिस संचालित पोर्टल को लेकर कुछ मुद्दे हो सकते हैं परंतु पांचजन्य में इस संदर्भ में प्रकाशित लेख, लेखक के अपने व्यक्तिगत विचार हैं, तथा पांचजन्य संघ का मुखपत्र नहीं है.अतः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को इस लेख में व्यक्त विचारों से नहीं जोड़ा जाना चाहिए.भारतीय कंपनी के नाते इंफोसिस का भारत की उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान है।इंफोसिस संचालित पोर्टल को लेकर कुछ मुद्दे हो सकते हैं परंतु पान्चजन्य में इस संदर्भ में प्रकाशित लेख,लेखक के अपने व्यक्तिगत विचार हैं,तथा पांचजन्य संघ का मुखपत्र नहीं है।@editorvskbharat
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— Sunil Ambekar (@SunilAmbekarM) September">https://twitter.com/SunilAmbekarM/status/1434422547584405506?ref_src=twsrc%5Etfw">September
5, 2021
पांचजन्य का इंफोसिस पर राष्ट्रविरोधी ताकतों के साथ संबंध होने का आरोप
बता दें कि पांचजन्य ने बेंगलुरु स्थित आईटी कंपनी इंफोसिस (Infosys) पर राष्ट्रविरोधी ताकतों के साथ संबंध होने का आरोप लगाया है. इंफोसिस द्वारा विकसित वस्तु एवं सेवा कर (GST) और आयकर पोर्टलों में खामियों को लेकर आरएसएस से संबंधित साप्ताहिक पत्रिका पांचजन्य ने कंपनी पर हल्ला बोल दिया. पांचजन्य ने पूछा है कि क्या कोई राष्ट्र-विरोधी शक्ति इसके माध्यम से भारत के आर्थिक हितों को अघात पहुंचाने की कोशिश कर रही है? इतना ही नहीं पत्रिका ने इंफोसिस पर‘नक्सलियों, वामपंथियों और टुकड़े-टुकड़े गैंग’ की मदद करने का आरोप भी लगाया है. पांचजन्य के लेख को लेकर कांग्रेस ने कहा कि इंफोसिस पर किया गया अपमानजनक हमला निंदनीय है और वास्तव में राष्ट्र-विरोधी है. इंफोसिस जैसी कंपनियों ने भारत को और दुनिया में उसकी स्थिति को बदला है.The scurrilous attack on Infosys in a RSS publication is outrageous and actually anti-national. Companies like Infosys have transformed India and its standing in the world. The article is an attempt to shift the blame from the Govt and deserves to be wholeheartedly condemned!
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) September">https://twitter.com/Jairam_Ramesh/status/1433775185312632834?ref_src=twsrc%5Etfw">September
3, 2021