Ranchi : केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह जी ने लोकसभा भवन में सहकार टैक्सी प्रोजेक्ट की घोषणा की. यह परियोजना देश के टैक्सी ड्राइवरों के लिए एक आत्मनिर्भर और सहयोगात्मक भविष्य सुनिश्चित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है. झारखंड युनियन अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह ने बताया कि इस घोषणा के बाद देशभर के टैक्सी यूनियनों की एक महत्वपूर्ण बैठक दिल्ली में आयोजित हुई, जिसमें सहकार टैक्सी के मॉडल पर चर्चा की गई और ड्राइवरों के हितों को ध्यान में रखते हुए रणनीति बनाई गई. उन्होंने झारखंड के ड्राइवरों की समस्याओं को सामने रखा और सरकार को बताया कि किस प्रकार की चुनौतियों का सामना ड्राइवर करते हैं. कोऑपरेटिव डायरेक्टर कर्नल हिमांशु ने दिए सुझाव कोऑपरेटिव डायरेक्टर कर्नल हिमांशु ने सहकार टैक्सी ऐप को ड्राइवरों के लिए एक ड्राइवर-बाय, ड्राइवर-फॉर मॉडल बताया. उन्होंने कहा कि यह एप्लिकेशन पूरी तरह से ड्राइवरों के स्वामित्व में होगा, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें. ड्राइवरों के सर्वांगीण विकास की रूपरेखा तय की सरकार इस योजना के अंतर्गत ड्राइवरों को न सिर्फ रोजगार बल्कि उनके स्वास्थ्य, बच्चों की शिक्षा और सामाजिक सुरक्षा को भी प्राथमिकता देगी. यह योजना ड्राइवरों के सर्वांगीण विकास की ओर एक ठोस कदम है. एकता में शक्ति, ड्राइवरों से संगठित रहने की अपील सरकार की ओर से यह स्पष्ट संदेश दिया गया है कि ड्राइवरों को एकजुट रहना होगा. यही एकता उनके उज्जवल भविष्य का सबसे बड़ा हथियार बनेगी. इसे भी पढ़ें :कैबिनेट">https://lagatar.in/vat-is-not-mentioned-in-the-liquor-policy-passed-by-the-cabinet/">कैबिनेट
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सहकार टैक्सी प्रोजेक्ट ड्राइवरों के लिए उज्जवल भविष्य की ओर एक कदम
