स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश
Sahibganj : साहिबगंज डीसी हेमंत सती ने समाहरणालय सभागार में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग से संबंधित समीक्षा बैठक की. बैठक में सदर अस्पताल व राजमहल अनुमंडलीय अस्पताल के उन्नयन तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की विभिन्न योजनाओं की प्रोत्साहन राशि वितरण पर चर्चा हुई. डीसी ने कहा कि गुइलेन बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) को लेकर दहशत (पैनिक) में आने की बात नहीं. इससे डरने की जरूरत नहीं है. क्योंकि इस बीमारी के ज्यादातर मामले महाराष्ट्र के पुणे में सामने आए हैं. झारखंड के रांची जिले में एक संदिग्ध मामला प्रकाश में आया है. उक्त व्यक्ति की ट्रैवल हिस्ट्री महाराष्ट्र की रही है. ऐसे में अफवाहों से बचें. उन्होंने बीमारी के लक्षण के बारे में सभी को जागरूक होने और ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करने की बात कहीं. स्वास्थ्य सेवाओं के विकास और योजनाओं के क्रियान्वयन पर विस्तृत चर्चा की गई.
डीसी ने बैठक के दौरान सदर अस्पताल, सभी सीएचसी व पीएचसी में सुविधाओं को सुदृढ़ करने पर बल दिया. जिम्मेदारों से कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों में आवश्यक चिकित्सा उपकरणों व दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें. डीआरसीएचओ को निर्देश दिया कि एनएचएम के तहत मिलने वाली सभी प्रकार की प्रोत्साहन राशि समय पर लाभार्थियों तक पहुंचाएं. इसमें किसी तरह की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सभी योजनाओं का सुचारू क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर मॉनिटरिंग करें. सभी मेडिकल ऑफिसर इनचार्ज (एमओआईसी) को को सीएचसी में संचालित ममता वाहन की नियमित रिपोर्ट सिविल सर्जन को प्रस्तुत करने का निर्देश दिया. ममता वाहन सेवा का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को समय पर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है. इसकी प्रभावशीलता सुनिश्चित करें. बैठक में सिविल सर्जन डॉ प्रवीण कुमार संथालिया, डीपीएम हिना गौरव वर्णवाल, समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे.
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