Sahibganj : साहिबगंज शहर में 4 अगस्त को संदेहास्पद रूप से जलने से इंस्पेक्टर कार्यालय में तैनात पुलिसकर्मी की पत्नी की मौत हो गई. घटना जिरवाबाड़ी ओपी क्षेत्र के बड़ा पचगढ़ की है. मामले की सूचना मिलते ही जिरवाबाड़ी ओपी प्रभारी चिरंजीत प्रसाद मौके पर पहुंचे और मामले की छानबीन करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. इधर नगर इंस्पेक्टर शशिभूषण चौधरी ने भी सदर अस्पताल पहुंच कर मामले की पड़ताल की.
मृतका के पति पुलिस कर्मी सुबोध झा ने बताया कि जब सुबह उठे तो पत्नी पूजा झा (30) घर में नज़र नहीं आई. जिसके बाद घर के आंगन और बाड़ी में भी उसे ढ़ूंढ़ने गये. बाड़ी से छत की तरफ देखने पर वहां से धुआं उठता दिखा. छत पर पहुंचने तक पत्नी पूरी तरह जल चुकी थी. तुरंत थाना प्रभारी को इसकी सूचना देते हुए टंकी की पानी से आग बुझाई. लेकिन तब तक पत्नी की मौत हो चुकी थी.

परिजनों ने हत्या की जताई आशंका
इधर मृतका पूजा झा के पिता विजय कुमार झा ने बताया कि पुत्री के ससुराल पक्ष से उन्हें घटना की सूचना नहीं मिली. बल्कि किसी और आदमी ने उन्हें घटना की जानकारी दी. पिता ने कहा कि उन्हें लगता है कि घर के लोगों ने ही घटना को अंजाम दिया है. 2009 में पुत्री की शादी हुई थी. उसके घर वाले पुत्री को मायके आने भी नहीं देते थे. ना ही किसी प्रकार से सम्पर्क में थे. बड़ा पचगढ़ निवासी मृतका के मामा सह पड़ोसी रघुनाथ मंडल ने पत्रकारों को बताया कि घटनास्थल देखकर ऐसा प्रतीत हुआ कि भांजी को मार कर जला दिया गया है. हाथ की एक भी चूड़ी नहीं टूटी थी. आशंका जताई कि पहले रात में उसे मारा गया फिर सुबह में पेट्रोल डालकर जला दिया गया. मृतका का बड़ा भाई विनोद कुमार झा ने बताया कि उन्हें घटना की सूचना थाना प्रभारी से मिली. बहनोई सुबोध झा का कहना है कि उनकी पत्नी ने सुबह 5:30 बजे सास को चाय बना कर दी है. इसके बाद सुबोध झा सुबह 6:30 बजे के आसपास छत पर जाकर धुआं उठता हुआ देखा. सुबोध झा के अनुसार उन्होंने धुआं को टंकी के पानी से बुझाया भी है. आग बुझाने के बाद सुबोध झा पत्नी को अस्पताल लेकर नहीं पहुंचे. हल्ला भी नहीं किया. सगे संबंधियों को फोन भी नहीं किया. पड़ोसियों को भी पता नहीं चला. भांजों से उन्हें खबर आ रही है कि बीती रात में पापा ने मम्मी के साथ मारपीट की थी.
कार्रवाई नहीं हुई तो डीआईजी से मिलेंगे – मृतका का भाई
मृतका के बड़े भाई विकास कुमार झा ने कहा कि सुबोध कुमार झा, उनके पिता और मां कार्रवाई नहीं हुई तो डीआईजी तक लिखित शिकायत करेंगे. परिवार ने सड़क पर भी उतरने का लान किया है.
पोस्टमॉर्टम की हुई वीडियोग्राफ़ी
मामले में डीसी रामनिवास यादव के निर्देश पर सिविल सर्जन ने महिला के शव के पोस्टमार्टम के लिए मजिस्ट्रेट की निगरानी में मेडिकल बोर्ड का गठन किया. बोर्ड में शामिल डॉ मोहन मुर्मू, डॉ सत्यप्रकाश और डॉ किरण माला ने सदर सीओ सह मजिस्ट्रेट अब्दुस समद की निगरानी में शव का पोस्टमार्टम किया. पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गयी. मृतकै अपने पीछे पति दो पुत्र छोड़ गयी है. थाना प्रभारी चिरंजीत प्रसाद ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है.
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