Ranchi: 23 सितंबर 2018 को पीएम नरेंद्र मोदी ने झारखंड (रांची) से आयुष्मान योजना की लॉन्चिंग की थी. लेकिन अफसोस की झारखंड में ही इस योजना का मखौल बनाया जा रहा है. ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिसमें यह साबित हुआ है कि कई अस्पताल प्रबंधन आयुष्मान योजना के तहत भर्ती मरीजों से भी मोटी रकम वसूलते हैं. पैसा नहीं दिए जाने पर इलाज रोक देने की धमकी देते हैं. मरीज के परिजनों को इस बात से डरकर पैसों का इंतजाम करते हैं और फिर अस्पतालों को देते हैं. ताजा घटना बोकारो के सत्यम अस्पताल की है. अस्पताल प्रबंधन ने मरीज के परिजन को फोन कर 20,000 रुपये की डिमांड की. कहा कि अगर पैसा नहीं देंगे तो मरीज का इलाज नहीं किया जाएगा. मरीज यूं ही पड़ा रहेगा.
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सुनें और पढ़ें, क्या कहा अस्पताल के कर्मी ने परिजन से
अस्पताल कर्मी– राधाकांत झा का पेमेंट करने के लिए आपको शाम को फोन कर रहे थे. आपका फोन ही नहीं लग रहा था. उनका पेमेंट करना होगा.
परिजन– पेमेंट करना होगा राधाकांत झा वाला में.
अस्पताल कर्मी– हां, उनका अस्पताल का पैसा पेमेंट करना होगा
परिजन– कितना पेमेंट करना होगा. लेकिन वो तो आयुष्मान योजना के तहत भर्ती हैं.
अस्पताल कर्मी– हां, हम समझ गए सर. लेकिन उनको पेमेंट करना पड़ेगा.
परिजन– क्यों.
अस्पताल कर्मी– क्यों मतलब. पेमेंट नहीं कीजिएगा.
परिजन– आयुष्मान में पेमेंट क्यों करें भाई.
अस्पताल कर्मी– पेमेंट नहीं करेंगे तो पेसेंट उसी तरह पड़ा रहेगा.
परिजन– आपका क्या नाम हुआ भैया.
अस्पताल कर्मी– मैं रोहित जी बात कर रहा हूं. 20000 रुपया पेमेंट करना पड़ेगा.
परिजन– 20000 रुपया पेमेंट करना पड़ेगा.
अस्पताल कर्मी– हां.
परिजन– 20000 रुपया पेमेंट करना पड़ेगा. किस बात का भाई.
अस्पताल कर्मी– एक इंजेक्शन और स्लाइन बाहर से मंगाना पड़ेगा. ऑर्डर देना पड़ेगा, तभी वो आएगा.
परिजन- हेलो
अस्पताल कर्मी– अरे आप एक बार में नहीं समझते हैं क्या.
परिजन– देखिए इससे पहेल भी एक बार वहां बवाल हुआ. आपको पता है या नहीं. दो दिन पहले. 2800 रुपया के कारण. ठीक है.
अस्पताल कर्मी– आप पेमेंट करेंगे या नहीं. पेमेंट कीजिए. बीस हजार रुपया पेमेंट करना होगा.
परिजन– आयुष्मान कार्ड पर भी.
अस्पताल कर्मी– हां बिलकुल.
परिजन– और आयुष्मान कार्ड पर मान लीजिए हम पेमेंट नहीं करेंगे तो.
अस्पताल कर्मी– नहीं करेंगे तो फोन रखिए. पेसेंट जैसे है आपका वैसे ही रहेगा. उसका कोई ट्रीटमेंट चालू नहीं होगा. उसी तरह रहेगा.
परिजन– आप कौन बोल रहे हैं, भैया.
अस्पताल कर्मी- मैं रिसेप्शन से बात कर रहा हूं, रोहित जी. कल से आपको फोन लगा रहा था. आपको कॉल ही नहीं लग रहा था.
परिजन– आपका क्या नाम हुआ, रोहित जी.
अस्पताल कर्मी– कितना बार बताना पड़ेगा. एक ही बात को बार-बार पूछ रहे हैं.
परिजन– मैडम हैं वहां पर.
अस्पताल कर्मी– आप पेमेंट करेंगे सर.
परिजन– मैडम हैं वहां पर.
अस्पताल कर्मी- आप पेमेंट कीजिएगा. रखिए फोन कोई नहीं है, यहां पर.
परिजन– आयुष्मान पर पैसा लीजिएगा.
अस्पताल कर्मी– लेंगे नहीं. आयुष्मान है तो क्या हो गया.
परिजन– क्यों लीजिएगा. किस बात का लीजिएगा. आप हमको बताइए. हम करेंगे पेमेंट.
अस्पताल कर्मी– बाह से जो सामान आएगा. उसका पैसा कौन भरेगा.
परिजन– उसका स्लिप दीजिएगा ना हमें.
अस्पताल कर्मी- हां स्लिप देंगे. आप पेमेंट कीजिए. ऑनलाइन पेमेंट कीजिए, तभी ना ऑर्डर होगा.
परिजन– ऑनलाइन हम क्यों पेमेंट करें. आप हमको रिसिप्ट दीजिएगा ना.
अस्पताल कर्मी– अरे भाई पेमेंट कीजिएगा तब ना रिसिप्ट लीजिएगा.
सत्यम अस्पताल के संचालक राकेश कुमार ने कहा- मुझे फंसाने की हो रही है कोशिश
ऑडियो फेक है. उसको क्रिएट कर हमको बदनाम करने की साजिश की जा रही है. अगर आपको ज्यादा जानकारी चाहिए तो आप आकर देख सकते हैं. मरीज से भी बात कर सकते हैं. उनका इलाज ठीक तरीके से हो रहा है. कहीं से कोई दिक्कत नहीं है.