जांच में हुए खुलासे
सीबीआई की जांच में पता चला है कि तत्कालीन जेपीएससी के सदस्य और कोऑर्डिनेटर के कहने पर 12 अभ्यर्थियों के अंक बढ़ाए गए थे. इसके अलावा, कई अभ्यर्थियों की कॉपियों में कांटछांट कर नंबर बढ़ाए गए थे और सफल अभ्यर्थियों के इंटरव्यू में मिले वास्तविक नंबर भी बढ़ाए गए थे. इन आरोपों की जांच गुजरात स्थित फोरेंसिक लैब में कराई गई थी.क्या है आगे की कार्रवाई?
सीबीआई ने इस मामले में 64 आरोपियों को आरोपी बनाया था, जिनमें जेपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष दिलीप प्रसाद भी शामिल हैं. कई आरोपी वर्तमान में बड़े अधिकारी के तौर पर सेवा दे रहे हैं और कुछ डीएसपी से प्रमोशन होकर जिला संभाल रहे हैं. सीबीआई की विशेष कोर्ट ने आरोपियों को समन जारी कर दिया है, जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं. इसे भी पढ़ें -झारखंड">https://lagatar.in/preparations-for-implementing-pesa-act-in-jharkhand-in-full-swing-one-day-workshop-concluded/">झारखंडमें पेसा एक्ट लागू करने की तैयारियां तेज,एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न