Dilip Kumar
Chandil : चांडिल प्रखंड क्षेत्र के चांदुडीह निवासी शिक्षाप्रेमी गुणाधर सोरेन ने वर्तमान शिक्षा व्यवस्था की कमियों में व्यापक सुधार करते हुए शिक्षा व्यवस्था का नया मॉडल तैयार किया है. इस मॉडल को सरकार को सौंपने के लिए वह सोमवार को रांची के लिए पैदल ही निकल पड़े. राजधानी रांची तक पदयात्रा कर वह शिक्षा मंत्री व शिक्षा सचिव को नए मॉडल का प्रस्ताव सौंपेंगे.
गुणाधर सोरेन ने डॉ अंबेडकर जयंती पर चौका पंचायत सचिवालय में आयोजित संविधान बचाओ संकल्प सभा में बाबा साहेब को श्रद्धांजलि अर्पित की और विरांगना फूलो-झानो की मूर्ति पर माल्यार्पण कर अपनी पदयात्रा (जर्नी ऑफ होप) प्रारंभ की. उन्होंने बताया कि प्रस्तावित मॉडल में शिक्षा के नए मॉडल के तहत शिक्षकों की कमी को तत्काल कैसे दूर किया जा सकता है, साथ ही कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को विद्यालय में ज्यादा से ज्यादा उपस्थित कैसे रखा जा सकता है और प्रत्येक विषय पर गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई कैसे संचालित की जाए इससे संबंधित ज्ञापन शिक्षा मंत्री और शिक्षा सचिव को सौंप जाएगा.
उन्होंने बताया कि तीन दिनों तक वह पैदल यात्रा करेंगे. पहले दिन बुंडू तक की यात्रा करेंगे. रात्रि विश्राम के बाद दूसरे दिन नामकुम तक और तीसरे दिन राजधानी रांची तक की यात्रा पूरी करेंगे. गुणाधर सोरेन मिशन ऑफ इलोहिम इंग्लिश स्कूल आमदा, खरसवां के प्रिसिंपल सह मानव अधिकार संघ के प्रखंड अध्यक्ष हैं. कई गणमान्य लोगों ने फूल माला पहनाकर उन्हें रांची के लिए रवाना किया. फूलो-झानो चौक पर पातकोम दिशोम के पारगाना रामेश्वर बेसरा, श्यामल मार्डी, प्रकाश मार्डी, डोमन बास्के, मुखिया कुनाराम माझी, कर्मू मार्डी आदि मौजूद रहे. पदयात्रा के पहले दिन उनके साथ झारखंड सफ्टबॉल एसोसिएशन के महासचिव बलराम कुमार तांती भी पैदल चल रहे हैं. उनके काफिले में आजाद शेखर माझी, राजू अंसारी, रूपचांद सिंह मुंडा, धीरेन माझी आदि शामिल हैं.
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