Chandigarh : पंजाब सीएम और जम्मू-कश्मीर को लेकर विवादित बयान देने वाले सिद्धू के सलाहकार मालविंदर माली ने इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने एक प्रेस नोट जारी कर यह जानकारी दी है. बता दें कि पार्टी में जारी घमासान के बीच कांग्रेस हाईकमान ने सिद्धू के सलाहकार मालविंदर माली को हटाने का आदेश दिया था.
जान लें कि सिद्धू के सलाहकार मलविंदर सिंह माली ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि कश्मीर एक अलग देश था. भारत और पाकिस्तान दोनों ने उस पर अवैध कब्जा किया था. माली ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में संविधान के आर्टिकल 370 को रद्द करने के मुद्दे पर कहा था कि अगर कश्मीर भारत का हिस्सा था तो आर्टिकल 370 और 35ए हटाने की क्या जरूरत थी
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दर्शनी घोड़ा बनने का मेरा कोई फायदा नहीं
बता दें कि एक दिन पूर्व नवजोत सिद्धू ने कहा कि यदि मुझे निर्णय लेने की छूट नहीं दी गयी तो मैं ईंट से ईंट खड़का(बजा) दूंगा. दर्शनी घोड़ा बनने का मेरा कोई फायदा नहीं. बता दें कि यह धमकी कांग्रेस हाईकमान को है या फिर कैप्टन अमरिंदर सिंह को, इसे लेकर सियासी चर्चाओं का बाजार गरम है. जान लें कि सिद्धू ने गुरुवार को अमृतसर में व्यापारियों के साथ बैठक में यह बयानबाजी की. इस क्रम में सिद्धू ने कहा कि वे पहले ही हाईकमान को यह बात कह चुके हैं.
सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ बगावत के बाद कांग्रेस हाईकमान की ओर से हरीश रावत ने कहा था कि सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया है, पूरी कांग्रेस नहीं सौंपी. बता दें कि रावत ने कश्मीर और पाकिस्तान को लेकर विवादित टिप्पणी करने वाले सलाहकारों को हटाने की चेतावनी भी दी थी. रावत ने कहा था कि सिद्धू उन्हें खुद हटाएं नहीं तो पार्टी हटा देगी.
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तो अगले 20 साल पंजाब से कांग्रेस नहीं जायेगी
सिद्धू ने कहा कि मैं हाईकमान को एक ही बात कहकर आया हूं कि अगर मैं पंजाब मॉडल के जरिए लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरूंगा तो अगले 20 साल पंजाब से कांग्रेस नहीं जायेगी. अगर आप मुझे निर्णय लेने की छूट नहीं दोगे तो फिर मैं ईंट से ईंट भी खड़काउंगा. दर्शनी (दिखावटी) घोड़ा बनने का कोई फायदा नहीं. पंजाब मॉडल के आगे दिल्ली मॉडल भी फेल हो जायेगा.
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मैं न तो सौगंध खाउंगा और न ही वादा करूंगा
सिद्धू ने इस क्रम में कैप्टन अमरिंदर सिंह को टारगेट करते हुए इशारों में कहा कि मैं न तो सौगंध खाउंगा और न ही वादा करूंगा, लेकिन पंजाब मॉडल के 6 महीने में लोग खुद अपने विकास के लिए काम तय करेंगे, यह मैं वचन देता हूं. जान लें कि कैप्टन ने पिछले विधानसभा चुनाव में पंजाब से नशा खत्म करने के लिए गुटका साहिब की सौगंध खायी थी. साथ ही घर-घर रोजगार से लेकर सस्ती बिजली जैसे कई वादे किये थे.
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