Chaibasa : कोल्हान विश्वविद्यालय के अंगीभूत टाटा कॉलेज चाईबासा को अब जनजातीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग तेज होने लगी है. छात्र प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने को पत्र लिखकर जनजातीय विवि बनाने की मांग की है. इसे भी पढ़ें : चक्रधरपुर">https://lagatar.in/chakradharpur-sister-called-home-student-killed-before-arriving/121244/">चक्रधरपुर
: बहन को फोन कर घर बुलाया, पहुंचने के पहले छात्रा ने जान दे दी कोल्हान विवि के छात्र संघ के सचिव सुबोध महाकुड़ ने कहा कि टाटा कॉलेज जनजातीय विवि बनने से यहां के विद्यार्थियों को काफी लाभ पहुंचेगा. आदिवासी बहुल क्षेत्र के विकास में यह अहम कड़ी बन सकती है. चाईबासा समेत आसपास के क्षेत्रों में अधिकतर जनजातीय भाषा के विद्यार्थी कॉलेज में नमाांकन लेते हैं. यादि उनकी भाषा में ही यहां पढ़ाई होगी तो बेहतर होगा. इसे भी पढ़ें : टाटानगर">https://lagatar.in/tatanagar-barbil-passenger-to-return-on-track-from-august-3/121192/">टाटानगर
– बड़बिल पैसेंजर 3 अगस्त से लौटेगी पटरी पर उन्होंने टाटा कॉलेज चाईबासा की चाहरदीवारी अविलंब करने की भी मांग की है. चाहरदीवारी के लिए कई बार झारखंड सरकार और विश्वविद्यालय से आग्रह करने के बावजूद यह कार्य अभी तक नहीं हो पाया है. जिससे कॉलेज की पाठन-पठन व्यवस्था काफी बाधित हो रही है. वहीं कॉलेज के मैदान की मरम्मति कराकर उसके सुंदरीकरण करवाने की मांग भी छात्र प्रतिनिधियों ने रखी है. झारखंड सरकार और विवि प्रशासन से आग्रह करने के बावजूद भी कार्य अभी तक नहीं हो पाया है. वर्तमान में यह पशुओं का चारागह बनकर रह गया है. छात्र प्रतिनिधियों ने कुलपति प्रो गंगाधर पांडा के अलावा भारत सरकार के जनजातीय विभाग को भी जनजातीय विश्वविद्यालय बनाने को लेकर मांग पत्र सौंपा है. [wpse_comments_template]

टाटा कॉलेज चाईबासा को जनजातीय विश्वविद्यालय बनाया जाए
