Saurav Singh
Ranchi: राजनीतिक दवाब में आईएएस और आईपीएस के बीच तनाव बढ़ रहा है. वर्तमान में देवघर जिले के पूर्व एसपी ने डीसी मंजूनाथ भजंत्री के ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. यह पहली बार नहीं है, कि आईएएस और आईपीएस विवाद सामने आया हो. इससे पहले भी झारखंड में इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं.
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सरकार तक पहुंचा था जामताड़ा डीसी-एसपी का विवाद
जामताड़ा के तत्कालीन डीसी फैज अक अहमद मुमताज और एसपी अंशुमान कुमार के बीच का विवाद सरकार तक पहुंच गया था. यह मामला 12 अगस्त 2020 का है. गौरतलब है कि जामताड़ा के गांधी मैदान में परेड पूर्वाभ्यास के दौरान गुरुवार को डीसी तथा एसपी में कहासुनी हो गई थी. गांधी मैदान में डीसी पहले पहुंच गए थे और एसपी कुछ देर बाद आए, जिसपर उपायुक्त ने नाराजगी जताई. इसपर एसपी का जवाब था कि वे निर्धारित समय पर आए हैं. एसपी अंशुमन कुमार ने विवाद के बाद ट्वीटर हैंडल पर डीसी के पद से लेकर प्रभारी डीजीपी व वर्तमान सरकारी व्यवस्था पर अपनी जमकर भड़ास निकाली थी. लिखा कि डीसी का पद बिना मतलब का है. पुलिस सुधार की दिशा में कोई काम नहीं हुआ, पुलिस की स्थिति सबसे खराब है, संस्था मजबूत नहीं और यहां आज भी ब्रिटिश सरकार का कानून चल रहा है. हालांकि उनके पोस्ट की जब आलोचना होने लगी तो उन्होंने अपना एकाउंट बंद कर दिया था.
दुमका में झंडोत्तोलन को लेकर डीआईजी-डीसी में हुआ था विवाद
स्वतंत्रता दिवस 2023 के कार्यक्रम को लेकर दो दिन पहले दुमका रेंज के डीआईजी सुदर्शन मंडल और डीसी डीसी ए डोडे के बीच विवाद हो गया था. इसे लेकर डीसी ए डोडे ने सरकार को पत्र लिखा था. लिखे पत्र में कहा गया है कि दुमका जिले में स्वतंत्रता दिवस पर मुख्य समारोह पुलिस लाइन में होना तय हुआ है. इसके लिए पिछले कई दिनों से तैयारी की जा रही है. इसी क्रम में संपूर्ण कार्यक्रम का पूर्वाभ्यास किया गया. इसमें यह देखा गया कि डीआईजी दुमका द्वारा कार्यक्रम मंच की व्यवस्था, विशिष्ट अतिथियों के आगमन के संबंध में अलग-अलग दिशा-निर्देश अधिकारियों को दे रहे थे, और पूर्वाभ्यास में परेड का निरीक्षण इनके द्वारा किया गया. जिसके कारण अधिकारियों और अधीनस्थ कर्मियों में असमंजस और दुविधा की स्थिति उत्पन्न हो रही थी. जिसका प्रभाव मुख्य समारोह स्थल पर पड़ सकता है.
देवघर के पूर्व SP का गृह विभाग को पत्र, DC रहते भजंत्री निशिकांत को अरेस्ट करने का बनाते थे दबाव
देवघर के तत्कालीन एसपी सुभाष चंद्र जाट ने जिले के तत्कालीन उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री पर कई गंभीर आरोप लगाया है.यह भी बताया है कि गोड्डा से भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे से डीसी मंजूनाथ भजंत्री निजी दुश्मनी साधते थे, और उनपर दबाव बनाते थे, कि किसी भी तरह सांसद निशिकांत दुबे को किसी केस में फंसाएं और उन्हें गिरफ्तार कर लें. एसपी हर बार ऐसा करने से मना कर देते थे. उन्होंने बताया है कि उनके विरुद्ध किए गए डीसी का वार्षिक कार्य मूल्यांकन रिपोर्ट (एपीएआर) दुर्भावना से प्रेरित है.उन्हें नीचा दिखाने, उन्हें अक्षम दिखाने की कोशिश की गई है तत्कालीन डीसी मंजूनाथ भजंत्री के किए गए वार्षिक कार्य मूल्यांकन रिपोर्ट के प्रत्येक बिंदु पर तत्कालीन एसपी सुभाष चंद्र जाट ने बिंदुवार अपनी बात रखी है और उससे संबंधित पत्र गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव अविनाश कुमार को भेजा है.
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