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पत्नी के जेवर बेच बैंक में कैश जमा करा रहा था हत्यारा, पुलिस ने ऐसे दबोचा

Jamshedpur : जमशेदपुर के कदमा इलाके में अपनी पत्नी, दो बेटियों और ट्यूशन टीचर की हत्या करने वाले टाटा स्टील के फायर कर्मी दीपक कुमार को शुक्रवार को पुलिस ने तब दबोच लिया, जब वह धनबाद के एक बैंक में पैसे जमा कराने गया था. अपने घर में चार हत्याओं को अंजाम देने के बाद दीपक 12 अप्रैल को धनबाद भाग गया था. घटना के पांचवें दिन पुलिस ने जब उसे पकड़ा, तो वह कमांडो पैंट और तिरंगा लगी काली टी शर्ट पहने था. उसके चेहरे पर जरा भी शिकन नहीं थी.

हत्या के बाद आराम से घूम रहा था दीपक

इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने के बाद दीपक आराम से धनबाद में ही घूम रहा था. जमशेदपुर पुलिस ने उसके बैंक अकाउंट, एटीएम कार्ड और मोबाइल को सर्विलांस और ट्रैकिंग पर डाल रखा था. शुक्रवार की दोपहर 12:30 बजे हत्यारा दीपक धनबाद के हीरापुर इलाके में स्थित एचडीएफसी बैंक पहुंचा. वहां वह पैसा जमा कराने के लिए कैश काउंटर पर लाइन में लगा. जैसे ही उसने कैश काउंटर में नगदी जमा की, कंप्यूटर में एंट्री होते ही ट्रैकिंग कर रही जमशेदपुर पुलिस को जानकारी मिल गयी. जैसे ही पुलिस को पता चला कि पैसा धनबाद में जमा कराया गया है, जमशेदपुर पुलिस ने धनबाद के एसएसपी असीम विक्रांत मिंज से संपर्क किया. जमशेदपुर पुलिस ने धनबाद एसएसपी को दीपक कुमार के बैंक में होने की जानकारी दी.

एसएसपी ने तत्काल धनबाद और सरायढेला थाना की पुलिस को हीरापुर स्थित एचडीएफसी बैंक रवाना किया. पुलिस ने तत्काल वहां पहुंच कर बैंक को चारों तरफ से घेर लिया. पुलिस टीम के पास उसकी फोटो और हुलिये की जानकारी थी. जब पुलिसवाले बैंक के अंदर दाखिल हुए, उस समय भी दीपक कुमार कैश काउंटर के पास ही खड़ा था. पुलिस ने उसे धर दबोचा. दीपक कुमार ने पकड़े जाने का जरा भी प्रतिरोध नहीं किया. आराम से वह पुलिस के साथ उनकी गाड़ी में बैठ गया. उसके पास से वाहन बरामद नहीं हुआ है. उसे धनबाद थाना लाकर लॉकअप में बंद कर दिया गया.

जमशेदपुर की पुलिस टीम गई धनबाद

उसकी गिरफ्तारी की सूचना मिलने के बाद सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट के नेतृत्व में जमशेदपुर की पुलिस टीम दीपक कुमार को हिरासत में लेने के लिए धनबाद चली गई. पुलिस के साथ एक टेक्निकल टीम भी गई है. धनबाद थाना में ही दीपक कुमार से पूछताछ होगी. उसके बाद धनबाद कोर्ट में उसे पेश किया जाएगा और जमशेदपुर पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट को आवेदन देगी. कोर्ट के अनुमति के बाद उसे जमशेदपुर लाया जाएगा. दीपक को गिरफ्तार करने में धनबाद के एसएसपी असीम विक्रांत मिंज ने बहुत तत्परता दिखाई. उनके निर्देश पर धनबाद और सरायढेला थाना की पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दीपक कुमार को बैंक में रहते गिरफ्तार कर लिया. इस पूरे मामले में जमशेदपुर पुलिस ने भी काफी मेहनत की. उसने दीपक कुमार की हर गतिविधि को ट्रैक करने के पूरे इंतजाम किए थे. उन्ही के इनपुट पर दीपक को पकड़ा जा सका.

गौरतलब है कि दीपक कुमार ने अपने दो बेटियों के साथ पत्नी और ट्यूशन टीचर की हत्या कर पूरे शहर में सनसनी फैला दी थी. उसने हत्या की नीयत से अपने मित्र और उसके परिवार पर भी हमला किया था और उसके बाद फरार हो गया था. फरार होने के पहले वह अपनी ससुराल गया और वहां रखे पत्नी के सारे गहने भी ले लिए. उन गहनों को उसने 4.5 लाख में बेच दिया. करीब तीन लाख कैश उसके पास था, जिन्हें जमा कराने के चक्कर में वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया. अब पुलिस उससे उगलवायेगी कि आखिर क्यों उसने अपनी पत्नी और बच्चों की हत्या की.

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