Koderma : थप्पड़ विवाद कांड सुलझने का नाम ही नहीं ले रहा है. विवाद ने नया मोड़ ले लिया हैं. सतगांवा थाना क्षेत्र के नरेश यादव ने कुछ दिनों पहले उपायुक्त कोडरमा आदित्य रंजन को आवेदन देकर कहा था कि एसडीएम मनीष कुमार ने सुनवाई के दौरान मुझे थप्पड़ मारा है. इसके बाद उपायुक्त आदित्य रंजन ने एक जांच समिति गठित कर उक्त मामले की जांच के लिये सतगांवा भेजा दिया. अब इस थप्पड़ कांड में नया मोड़ उस समय आ गया जब नरेश यादव ने एक अलग आवेदन देकर कहा है कि मेरे साथ ऐसी कोई घटना नहीं हुई है. मैं अपने दिए गए आवेदन को वापस लेता हूं. मालूम हो कि उपायुक्त कोडरमा को दिया गया पहला आवेदन हाथ से लिखा गया है. वही दूसरा आवेदन कंप्यूटर से टाइप किया गया है.
इसे भी पढ़ें –चाकुलिया : 1968 में बना लैंपस भवन की स्थिति जर्जर, कभी भी हो सकता है ध्वस्त
आवेदन पहले से टाइप की हुई थी
अब इस थप्पड़ कांड में नया मोड़ आ गया है जिसमें नरेश यादव कहते हैं कि मैंने दबाव में आकर दूसरे आवेदन पर हस्ताक्षर किया है. इस दौरान वीडियो सह अंचल अधिकारी बैधनाथ उरांव एवं जांच समिति में शामिल सदस्य के साथ साथ अन्य लोग भी मौजूद थे. जहां मुझे दबाव देकर आवेदन पर हस्ताक्षर कराया गया. उसने यह भी कहा कि जब मुझे प्रखंड कार्यालय सतगांवा में बुलाया गया तो उस समय आवेदन पहले से टाइप की हुई थी. इस संबंध में वीडियो सह अंचल अधिकारी बैधनाथ उरांव ने बात करने पर उन्होंने कहा कि हम लोग दबाव देकर हस्ताक्षर क्यों करवाएंगे. इस संबंध में नरेश यादव ने बताया कि एसडीएम मनीष कुमार ने मुझे थप्पड़ मारा था, लेकिन प्रखंड कार्यालय सतगांवा में मुझसे दबाव देकर दूसरे आवेदन पर हस्ताक्षर कराय गया.
इसे भी पढ़ें –Bigg Boss 15 में एंट्री के लिए रिया चक्रवर्ती को मिला करोड़ों का ऑफर, बनी शो की सबसे महंगी कंटेस्टेंट
क्या है मामला
सतगावां थाना क्षेत्र बासोडीह निवासी नरेश यादव (पिता भूखन यादव) ने कोडरमा उपायुक्त को लिखा था कि मुझे न्यायालय अनुमंडल दंडाधिकारी कोडरमा से 31.08.2021 को नोटिस मिला कि आप 8.09.2021 को 11 बजे पूर्वाह्न अनुमंडल दंडाधिकारी कोडरमा के न्यायालय में उपस्थित हों. जब मेरी विपक्षी पार्टी और मैं मनीष कुमार के पास पहुंचा तो दोनों पक्षों की बातों को सुनकर मुझे अनुमंडल दंडाधिकारी ने एक थप्पड़ मारते हुए कहा कि तुम ज्यादा बोलते हो. अगर तुम विपक्षी की जमीन नहीं छोड़ोंगे तो ठीक नहीं होगा. इस मामले में एसडीओ मनीष कुमार से उनका पक्ष लेने की कोशिश की गयी,पर उनसे सम्पर्क नहीं हो सका .
[wpse_comments_template]