Ranchi : जिनके ऊपर सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेवारी है आज कल उन्हीं के साथ मारपीट की जा रही है. शनिवार (31 जुलाई) को साहिबगंज के राजमहल थाना क्षेत्र के रामनगर गांव में दो समुदाय के बीच हुई हिंसक झड़प को सुलझाने पहुंची पुलिस के साथ लोगों ने मारपीट की है. पुलिस लोगों को समझाने पहुंची थी. तभी आक्रोशित लोगों ने उनपर पथराव कर दिया. जिसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए. इस तरह का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी राज्य के अलग-अलग जिलों में ग्रामीणों के द्वारा पुलिस के साथ मारपीट की घटनाएं सामने आयी है.
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पुलिस के साथ हो रही मारपीट
24 अप्रैल : सरायकेला खरसावां जिला अंतर्गत नीमडीह थाना के बामनी गांव में मेला में लगी भीड़ को हटाने के लिए लाठीचार्ज करने पर पुलिस के साथ ग्रामीणों की झड़प हो गयी. इसमें नीमडीह के प्रखंड विकास पदाधिकारी, थाना प्रभारी व अन्य घायल हो गए थे.
1 मई : दुमका जिले के गोपीकांदर थाना क्षेत्र के दुमका-पाकुड़ मुख्य मार्ग पर लगे दुर्गापुर साप्ताहिक हाट को बंद कराने गयी पुलिस को भारी विरोध झेलना पड़ा था. पुलिस टीम पर दुकानदारों ने पथराव कर दिया. पथराव में पुलिस के जवान घायल हो गए थे.
3 मई : गोड्डा जिले के सुंदरपहाड़ी थाना क्षेत्र के साप्ताहिक डमरू हाट में दुकानें बंद कराने गई पुलिस पर लोगों ने पथराव कर दिया. हमलावरों ने पुलिस की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त कर दी थी.
3 मई : बोकारो के सिटी थाना क्षेत्र के दून्दीबाग के मुख्य बाजार में कई कारोबारियों ने अपना दुकान खोल रखा था. जब पुलिस उसे बंद कराने और भीड़ को कम करने पहुंची तो कारोबारियों ने पुलिस पर हमला कर दिया. कारोबारियों ने दरोगा पिंकू कुमार सिंह को पीटा. जिससे दारोगा गंभीर रूप से घायल हो गये थे.
10 मई : दुमका के शिकारीपाड़ा थाना की पुलिस को साप्ताहिक हाट बंद करने के लिए वहां जाना महंगा पड़ गया. लोगों के विरोध, लाठियों, गालियों और पथराव के बाद पुलिस को जान बचाकर भागना पड़ा था.
10 मई : चाईबासा जिले के हाटगम्हरिया के सिंदरीगौरी पंचायत के बिचाबुरू गांव स्थित बाइपी में गुदड़ी बाजार बंद कराने गई पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया था. ग्रामीणों के हमले में दो एएसआई और तीन जवान गंभीर रूप से घायल हो गए. इस दौरान ग्रामीणों ने दो पुलिस वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया था.
25 जून : चाईबासा के तांतनगर ओपी अतंर्गत बनाबीर में लगी भीड़ नियंत्रित करने गयी पुलिसकर्मियों पर भीड़ ने हमला कर दिया था. किसी तरह पुलिसकर्मी जान बचाकर भागने में सफल रहे थे.
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