Ranchi: गुजरात के कृषि विश्वविद्यालय आनंद में तीन दिवसीय वार्षिक कार्य समूह की बैठक हुई इसमें औषधीय और सुगंधित फसलों पर चर्चा की गई. बैठक का आयोजन आईसीएआर, नई दिल्ली की ओर से किया गया था. इसमें बीएयू के वैज्ञानिक डॉ सुनील कुमार एवं डॉ अरुण कुमार तिवारी ने भी भाग लिया. बैठक में बीएयू के वैज्ञानिकों ने सर्पगंधा फसल, समन्वित पोषण प्रबंधन, बोआई विधि एवं पौधों की दूरी का बढ़वार एवं उत्पादन पर प्रभाव के साथ गिलोय फसल पर शोध की उपलब्धियों को प्रस्तुत किये. कार्य समूह के निर्णायक मंडल ने बीएयू वैज्ञानिकों द्वारा सर्पगंधा की जैविक विधि से पोषण तथा गिलोय की नई किस्म की खोज से सबंधित शोध प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी.
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शोध कार्यो एवं राष्ट्रीय उपलब्धियों की सराहना
कार्य समूह की बैठक में कोरोना काल के बाद औषधीय एवं सुगंधित फसलों की मांग एवं अनिवार्यता पर चर्चा हुई. पूरे देश में औषधीय एवं सुगंधित फसलों की व्यावसायिक खेती को बढ़ावा देने और शोध संस्थानों में नये अनुसंधान किये जाने पर जोर दिया गया. बैठक में कार्य समूह के निर्णायक मंडल ने औषधीय एवं सुगंधित फसलों के क्षेत्र में बिरसा कृषि विश्वविद्यालय अधीन संचालित परियोजना के सफल शोध कार्यो एवं राष्ट्रीय उपलब्धियों की सराहना की.
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