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छोटे से गांव से शुरू हुआ सफर
कमलप्रीत पंजाब में मुख़्तसर साहब ज़िले के एक छोटे से गांव की रहने वाली है. उसने जब खेलना शुरु किया तो वहाँ खेल के नाम कुछ ख़ास नहीं था. बहुत मुश्किल से वह स्पोर्ट्स सेंटर पहुंचीं थी. जहां से उन्होंने खेलना शुरू किया. अच्छी कद काठी वाली कमलप्रीत ने डिस्कस में हाथ आज़माया और उसे सफलता भी मिलने लगी. लेकिन इससे भी पहले कमलप्रीत को एक और चुनौती को पार करना पड़ा. क्योकि आज भी गांव-कस्बों में लड़कियों को खेलों में भेजने को लेकर थोड़ा संकोच रहता है.कमलप्रीत के मां-बाप यही चाहते थे कि बेटी कुछ पढ़ लिख जाए और तो उसकी शादी कर दें. लेकिन कमलप्रीत अपनी जिद पर अड़ी रहीं और परिवार को मना लिया. 2019 में कमलजीत अपने इरादों पर खरी उतरीं और डिस्कस थ्रो में कई साल पुराना राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ दिया. हालांकि कमलप्रीत के परिवार वाले चाहते थे कि उनकी बेटी खेलों में खूब आगे बढे. लेकिन वे उसे वह सुविधा नहीं दे पाते थे जिसकी कमलप्रीत को जरुरत थी. पर कमलप्रीत अपने हौसले से काफी बुलंद थी. वह बचपन से ही चुस्त दुरुस्त थी. यही वजह रही कि खेलों में उसकी पकड़ बनती चली गयी. अन्य खेलों में भी उसकी रुचि शुरू से ही रही है. एक समय था कि वह किक्रेटर बनना चाहती थी. किक्रेट के मैदान अब भी उसके आकर्षण का केन्द्र है. इसे भी पढे़ं :आदित्यपुर">https://lagatar.in/two-arrested-with-540-pudiya-brown-sugar-from-adityapur/122393/">आदित्यपुरसे 540 पुड़िया ब्राउन शुगर के साथ दो गिरफ्तार [wpse_comments_template]