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धनबाद कोयलांचल में व्यवसायियों की हड़ताल शुरू, खाद्यान्न कारोबार ठप

  Dhanbad :  धनबाद (Dhanbad ) हेमंत सरकार द्वारा विधानसभा सत्र में पास कृषि बिल के खिलाफ 15 फरवरी को धनबाद कृषि बाजार समिति समेत जिले के तमाम खाद्यान्न व्यवसायी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. बाज़ार समिति की 125 दुकान बंद हो चुकी हैं. अनिश्चितकालीन के लिए माल की आवक और जावक बंद कर दी गई है. इससे पहले अनिश्चितकालीन हड़ताल की लिखित सूचना जिला खाद्यान्न व्यवसायी संघ ने उपायुक्त संदीप सिंह को दे दी थी. आंदोलन में खाद्यान्न, फल आलू-प्याज, खुदरा और थोक कारोबार पूरी तरह ठप रहेगा. बाजार समिति चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विनोद गुप्ता ने कहा कि हेमंत सरकार को व्यापारी संगठनों ने 14 फरवरी तक इस बिल के निरस्तीकरण के लिए अल्टीमेटम दिया था. 15 फरवरी से संगठन ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा भी कर रखी थी. सरकार ने 14 फरवरी तक कोई सकारात्मक पहल नहीं की. अंततः राज्य भर के एक लाख से अधिक व्यवसायी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक देश, एक टैक्स की पॉलिसी का प्रचार किया, जबकि झारखंड की सरकार काला कानून व्यापारियों पर थोपना चाहती है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जब तक मांगें नहीं मानेगी, बाजार समिति का कारोबार पूरी तरह बंद रहेगा.

 जिले के 55 चेंबर आंदोलन के समर्थन में

जिला चेंबर के अध्यक्ष चेतन गोयनका ने कहा कि सरकार की इस नीति का तमाम व्यवसायी विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि जिले में 55 चेंबर हैं, जो खाद्यान्न, आलू - प्याज,  फल, अंडा का कारोबार करते हैं. सभी ने 2% शुल्क लागू करने पर विरोध जताते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल का समर्थन किया है. सरकार को जल्द से जल्द गहराई से विचार विमर्श करना चाहिए, वरना राज्य को बुरा परिणाम झेलना पड़ेगा.

 इन्होंने किया बंदी का समर्थन

बंदी को समर्थन देने के लिए बरवाअड्डा चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विनोद गुप्ता, जितेंद्र अग्रवाल, विवेक अग्रवाल, दीपक कटेसरिया, सुरेंद्र जिंदल, गौरव गर्ग, विक्की सवाडिया, रिंकू बंसल,अमित अग्रवाल, झरिया चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अमित साहू, प्रेम प्रकाश जालान, कन्हैया कटेसरिया, दुर्गा बाबू , सुनील अग्रवाल, शंभू अग्रवाल,ओम प्रकाश जालान, संजय अग्रवाल, सुभाष जालूका, बबलू वर्णवाल, अरुण भिवानी वाला, विनोद नेता, आशीष अग्रवाल, मनीष अग्रवाल, अमित जालान, अमित भूतगड़िया, विकास अग्रवाल, संदीप भिवानीवाला ,दीपक अग्रवाल, रूपेश करीवाला, राजीव सांवतिया, संजय अग्रवाल, प्रदीप सांवरिया, अमित गोयल चिकी अग्रवाल सहित अन्य व्यवसयी मौजूद थे.

        झरिया मुख्य बाजार की मंडी में आवक बंद

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alt="" width="300" height="138" /> प्रदर्शन करते बाजार समिति व चेंबर ऑफ कॉमर्स के लोग[/caption]  Jharia :   झारखंड राज्य कृषि उपज और पशुधन विपणन (संवर्धन और सुविधा) विधेयक के विरोध में बुधवार 15 जनवरी को झरिया शहर मे मिलाजुला असर देखने को मिला. झरिया मुख्य बाजार मंडियों की थोक दुकानों सहित सभी थोक दुकानें बंद रही. थोक दुकानों में न कहीं से आवक हुई और न ही माल भेजा गया. कुछ किराना को छोड़ अधिकतर दुकानें खुली दिखी. सुबह से ही बाजार समिति और चेम्बर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों की टोलियां बंद के समर्थन में घूमती नजर आईं. कई दुकानदारों के साथ बंद समर्थकों की हल्की बहस भी हुई. झरिया चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अमित साहू ( दीपू) ने कहा कि रोजमर्रा उपयोग की वस्तुओं पर 2% कृषि टैक्स लगाने से महंगाई और बढ़ेगी. कृषि से जुड़े व्यवसाय और उद्योग अन्य राज्यों में शिफ्ट हो जाएंगे, जहां यह शुल्क नहीं है. बाजार समिति के आह्वान पर चैंबर ऑफ कॉमर्स ने बंद का समर्थन किया है.

      कृषि विधेयक के खिलाफ चेंबर ने दिया धरना

[caption id="attachment_555772" align="aligncenter" width="300"]https://lagatar.in/wp-content/uploads/2023/02/tochachi-band-300x135.jpeg"

alt="" width="300" height="135" /> तोपचांची में धरना पर बैठे व्यवसायी[/caption] Topchachi :   तोपचांची प्रखंड में बुधवार 15 फरवरी को कृषि विधेयक के खिलाफ झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स के बैनर तले व्यवसायियों ने धरना दिया. व्यवसायियों ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा कृषि विधेयक को काला कानून बताया. रूपेश गुप्ता ने कहा कि कृषि विधेयक खाद्यान्न व्यापारी, उपभोक्ता और किसान विरोधी है. इसके लागू होने से राज्य में महंगाई बढ़ेगी. अगर सरकार ने मांगों को नहीं माना तो व्यवसाय संघ अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू करेगा. आनंद साव ने कहा कि 2% अतिरिक्त कर लगने से महंगाई बढ़ेगी. धरना में दुखीदत्ता,  मनोज भगत, चिन्तामणि भगत, चिक्कु खान, मुकेश स्वर्णकार, उमेश सिंह, विनोद अग्रवाल, विशाल गुप्ता, संदीप वर्णवाल, बाप्पी दा, कृष्णा वर्णवाल सहित दर्जनों व्यवसाय मौजूद थे.

  गोमो में बंद रही खाद्यान्न दुकानें, खुली रही सब्जी मंडी

[caption id="attachment_555775" align="aligncenter" width="300"]https://lagatar.in/wp-content/uploads/2023/02/gomo-band-300x169.jpeg"

alt="" width="300" height="169" /> गोमो पुराना बाज़ार की बंद दुकानें[/caption] Gomoh: कृषि शुल्क  विधेयक के विरोध में  15 जनवरी बुधवार को झारखंड  फेडरेशन,चेम्बर्स ऑफ कामर्स  के आह्वान पर गोमो का पुरानी  बाज़ार, लोको  बाज़ार, सदानंद  झा  रेलवे मार्केट, सिक लाइन, नया  बाज़ार, जगजीवन मार्केट की  लगभग सभी खुदरा  व  थोक खाद्यान्न दुकानें बंद रही. ग्रामींण क्षेत्र के बिशुनपुर,हरिहरपुर  कोरकोट्टा में भी खाद्यान्नों की दुकानें बंद देखी गई. गोमो की  सब्जी मंडी और  फुटपाथ दुकान आम दिनों की भांति कुली  रही. दिन के लगभग दस  बजे गोमो चेम्बर्स के वरीय सदस्य रुपेश  गुप्ता की अगुआई में चेम्बर्स के  सदस्यों ने क्षेत्र का भ्रमण कर स्थिति का  जायजा लिया. उन्होँने  कहा कि कृषि बिल जनहित में नही है. बिल के लागू होने से आम उपभोक्ता पर बोझ बढ़ेगा. बिल को  वापस लेना चाहिए. मौके पर अनुप कुमार वर्णवाल रोहित अग्रवाल,संजय अग्रवाल, बिनोद कुमार, राजेश  गुप्ता, आदि मौजूद  थे.

 क़ृषि शुल्क के विरोध में कतरास की दुकानें बंद रही

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alt="" width="300" height="135" /> कतरास में बंद दुकानें[/caption] Katras :  क़ृषि शुल्क विधेयक के विरोध में कतरास क्षेत्र की तमाम दुकानें बुधवार 15 फरवरी को बंद रही. व्यापारियों की एकजुटता के कारण सुबह से ही खाद्य सामग्रीके अलावा फल-आलू व प्याज़ की दुकानें बंद रही. दुकाने बंद रहने से व्यापार ठप रहा. क्षेत्र में रोजगार से जुड़े मोटिया-मजदूर गप लड़ाते देखे गए. बंद को सफल बनाने के लिए मंगलवार की संध्या कतरास की सभी दुकानों में व्यापारियों द्वारा नोटिस लगाया गया था. कतरास चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स के सचिव मनोज कुमार गुप्ता ने क़ृषि शुल्क विधेयक के विरोध में बंद को सफल बताया. मौक़े पर सुशील खेतान, सुरेश अग्रवाल, प्रकाश राम गुप्ता, संजू गुप्ता, अशोक गुप्ता, अजय साव, रवि गुप्ता, पिंटू गुप्ता आदि मौजूद थे.

     निरसा में खुदरा व थोक खाद्यान्न दुकानें बंद

[caption id="attachment_555780" align="aligncenter" width="300"]https://lagatar.in/wp-content/uploads/2023/02/bill-nirsa-300x155.jpeg"

alt="" width="300" height="155" /> कृषि बिल के विरोध में प्रदर्शन करते व्यापारी[/caption] Nirsa: कृषि बिल के खिलाफ निरसा क्षेत्र में चैम्बर ऑफ कॉमर्स के आह्वान पर बंद का मिलाजुला असर बुधवार को देखने को मिला. आसपास की दुकानें खुली दिखी, जिनसे चैम्बर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों ने बंद करने की अपील की. निरसा चैम्बर ऑफ कॉमर्स के सचिव शिवकुमार अग्रवाल ने बताया कि झारखंड सरकार रोजमर्रा की वस्तुओं पर दो प्रतिशत कृषि टैक्स लगाकर व्यवसायियों और आम उपभोक्ताओं को महंगाई के जाल में फंसाने का काम कर रही है. जब तक सरकार वापस बिल नहीं लेगी, दुकानें अनिश्चितकाल तक बंद रखेंगे.

  खाद्यान्न कारोबार बंद, फल व सब्जियों की दुकानें खुलीं

[caption id="attachment_555850" align="aligncenter" width="300"]https://lagatar.in/wp-content/uploads/2023/02/band-khadyandn-sind-300x225.jpeg"

alt="" width="300" height="225" /> सिंदरी में खाद्यान्न दुकानें रही बंद[/caption] Sindri: 2 प्रतिशत अतिरिक्त मंडी टैक्स के खिलाफ पूरे झारखंड में फेडरेशन ऑफ झारखंड चेंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज द्वारा घोषित 15 फरवरी से बंद का आह्वान किया गया था. इस आह्वान पर व्यवसायियों ने सिंदरी में भी दुकानें बंद रखीं. हालांकि कई फल व सब्जी विक्रेताओं की दुकानें प्रतिदिन की तरह खुली रही. सिंदरी चेम्बर ऑफ कामर्स सचिव दीपक कुमार दीपू ने बताया कि अतिरिक्त टैक्स से व्यापारियों सहित उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस काले कानून से अफसरशाही के साथ महंगाई भी बढ़ेगी. अन्य राज्यों में इस तरह का कानून नहीं है. व्यापारी इस बिल का पुरजोर विरोध कर रहे हैं. इस मौके पर अमित किराना, दीपचंद अग्रवाल, धीरज सिंह, बालकिशन अग्रवाल, जितेंद्र साहू, कृष्णा साहू, जयचंद शर्मा, राजू गोयल, प्रमोद कारीवाल, जितेंद्र शाह, संजय शाह, जोहरीमल धर्मचंद, शिवनारायण, कुणाल, दीपक, हीरा, भोला शाह, उमाशंकर साव, दिलीप रिटोलिया, पवन शर्मा सहित अन्य चेम्बर सदस्य मौजूद थे.

          मैथन, चिरकुंडा, कुमारधुबी में आंशिक असर

[caption id="attachment_556027" align="aligncenter" width="300"]https://lagatar.in/wp-content/uploads/2023/02/chir-band-300x171.jpeg"

alt="" width="300" height="171" /> चिरकुंडा में हड़ताल के समर्थन में जुटे व्यवसायी[/caption] Maithan :  कृषि शुल्क के विरोध में चैंबर ऑफ कॉमर्स के आह्वान पर हड़ताल का कुमारधुबी, मैथन, चिरकुंडा आदि जगहों पर आंशिक असर देखा गया. थोक व बड़े व्यवसायियों ने अपनी दुकानें बंद ऱखी, जबकि छोटे व्यवसायियों ने दुकानें खोल रखी थी. दुकानदारों ने कहा कि झारखंड सरकार द्वारा मनमाने ढंग से कृषि शुल्क में दो प्रतिशत बढ़ोत्तरी से सभी खाद्यान्न, फल, सब्जी, आलू, प्याज़ आदि की कीमतों में बढ़ोत्तरी हो जाएगी. बोझ सीधे आम जनता पर पड़ेगा. कहा कि उत्तरप्रदेश, बिहार, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल में ऐसा नियम लागू नहीं है. [wpse_comments_template]    
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