- विभिन्न संगठनों ने 8 के रांची बंद का समर्थन किया
Ranchi : सरना झंडा छेड़छाड़ के विरोध में गुरुवार को आदिवासी संगठन रांची के डीसी और एसएसपी से मिल कर ज्ञापन सौंपा. प्रशासन से कहा गया कि सरना धर्मावलंबियों की आस्था का प्रतीक सरना झंडा के साथ आए दिन छेड़छाड़ की घटना हो रही है. इससे सरना धर्मावलंबी की धार्मिक भावना आहत हो रही है. सरहुल महापर्व के असामाजिक तत्वों द्वारा करम टोली, नगड़ी थाना अंतर्गत होटवासी आदि जगहों पर सरना झंडा से छेड़छाड़ किया गया. जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया, जो चिंता का विषय है. प्रशासन त्वरित कार्रवाई करते हुए असामाजिक तत्वों को कड़ी से कड़ी सजा दे. इस मौके पर रवि तिग्गा, नारायण उरांव, प्रभात तिर्की, एतवा किस्पोट्टा, रेणु तिर्की, चम्पा कुजूर, तानसेन गाड़ी, हीरा मिंज, अर्जुन गाड़ी, चतवा खलखो उपस्थित थे.
बंद का किया समर्थन
इधर, पाहन महासंघ द्वारा आहूत 8 अप्रैल के रांची बंद का राजी पाड़हा सरना प्रार्थना सभा, राष्ट्रीय आदिवासी छात्र संघ, केन्द्रीय सरना समिति ने नैतिक समर्थन दिया है. केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि जो हालात बन रहे हैं, आने वाले दिनों में और मजबूती से आदिवासी संगठनों एवं युवाओं को कड़ाई से धर्म विरोधी तत्वों पर लगाम लगाने की जरूरत है. आदिवासियों की जमीन की खरीद- बिक्री में भी ग्राम सभा द्वारा लगाम लगाने की जरूरत है. प्रशासन मात्र मूकदर्शक बना हुआ है. सरना झंडा जलाये जाने पर राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरना धर्म गुरु बंधन तिग्गा ने कहा कि एक सोची समझी साजिश के तहत आदिवासियों की धार्मिक पहचान और आस्था के साथ खिलवाड़ किया गया है, जिसे बर्दाश्त नही किया जाएगा. उन्होंने 7 अप्रैल को सभी आदिवासी संगठनों से मशाल जुलूस में शामिल होने का आह्वान किया.
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