Ranchi: मैन पावर की कमी को देखते हुए झारखंड में चिकित्सकों को दो वर्ष का सेवाविस्तार मिला, उसी प्रकार अब रांची यूनिवर्सिटी के शिक्षकों, प्रिंसिपल और कर्मचारियों को भी दो वर्ष का सेवा विस्तार मिलेगा, यह निर्णय आज सिंडिकेट की बैठक में लिया गया. रांची यूनिवर्सिटी द्वारा सेवा विस्तार का प्रस्ताव तैयार कर सिंडिकेट की बैठक में लाया गया था. वीसी डॉ रमेश कुमार पांडेय की अध्यक्षता में सिंडिकेट की बैठक हुई. रांची यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा शिक्षकों, प्रिंसिपल और कर्मचारियों को 2 वर्ष सेवा विस्तार के लिए पहल शुरू कर दिया गया है. सिंडिकेट से स्वीकृति के बाद उच्च शिक्षा विभाग को कार्यवाही के लिए सेवा विस्तार प्रस्ताव को भेजा जाएगा.
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क्यों तैयार हुआ सेवा विस्तार का प्रस्ताव
यूनिवर्सिटी प्रशासन का मानना है कि नई नियुक्ति होने में समय लग सकता है.यूनिवर्सिटी में पढ़ाई समेत अन्य काम सुचारु रूप से चलाने के लिए 2 वर्ष सेवा विस्तार के लिए एजेंडा तैयार किया गया है. विश्वविद्यालयों में 12 वर्ष से शिक्षक की नियुक्ति नहीं हुई है. 30 वर्ष से कर्मचारियों की नई नियुक्ति नहीं हुई है. जबकि प्रत्येक माह शिक्षक, कर्मचारी व प्राचार्य रिटायर हो रहे हैं.
छह माह में रिटायर हो जाएंगे तीन प्रिंसिपल
रांची यूनिवर्सिटी में अगले छह माह के अंदर तीन प्रिंसिपल रिटायर हो जाएंगे. दिसंबर में ही डोरंडा कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. वीएस तिवारी रिटायर हो जाएंगे. जनवरी में वीमेंस कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. मंजु सिन्हा रिटायर हो जाएंगी. मारवाड़ी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. यूसी मेहता जून में रिटायर हो जाएंगे. इसके अलावा 2021 दिसंबर तक 45 विवि शिक्षक रिटायर हो जाएंगे.
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छात्र संगठन की ओर से आए थे 3 प्रस्ताव
प्रिंसिपल, शिक्षक व कर्मचारी की सेवा विस्तार के लिए छात्र संगठन की ओर से भी तीन प्रस्ताव आया था. सिंडिकेट की बैठक में उन प्रस्ताव पर भी विचार किया गया. सीनेट सदस्य अटल पांडेय, छात्र नेता सह कांके विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष कुमार रोशन और एनएसयूआई के राज्य सचिव अंकित सिंह ने सेवा विस्तार के लिए प्रस्ताव दिया था, जिसे विवि द्वारा एजेंडा में शामिल किया गया था.
बैठक में वीसी के अलावा प्रोवीसी डॉ. कामिनी कुमार, डीएसडब्ल्यू डॉ. पीके वर्मा, रजिस्ट्रार डॉ. मुकुंद मेहता, प्रॉक्टर डॉ. दिवाकर मिंज, सीसीडीसी डॉ. जीएसएन शाहदेव, अर्जुन राम, अटल पांडेय, डॉ. स्वर्ण सिंह, एडवर्ड सोरेन, डॉ. एस नेहार समेत अन्य सदस्य थे.
सरकार का ऑब्जेक्शन, आरयू ने किया समंजन
मांडर कॉलेज के साइकोलॉजी के लेक्चरर डॉ. बसंत कुमार साहू के सेवा समंजन प्रस्ताव को आपत्ति जताते हुए सरकार ने वापस कर दिया था. लेकिन आरयू की सिंडिकेट ने डॉ. साहू को योग्य मानते हुए सेवा समंजन प्रस्ताव पर मुहर लगा दी. विरोध करते हुए अर्जुन राम ने कहा कि कई कर्मचारी भी सेवा नियमित से वंचित हैं। लेकिन इस ओर आरयू प्रशासन का ध्यान नहीं है.
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एफओ कार्यकाल पूरा करेंगे, सेवा टूट भी जुड़ेगा
आरयू के एफओ डॉ. केके वर्मा इस माह रिटायर्ड हो रहे थे. लेकिन अब वे अपना कार्यकाल चार वर्ष पूरा करेंगे. कहा गया कि वीसी-प्रोवीसी रिटायर्ड करने के बाद भी कार्यकाल पूरा करते हैं. इनकी सेवा टूट को जोड़ने से संबंधित प्रस्ताव पर सिंडिकेट ने मुहर लगा दी.
इन एजेंडों को मिली स्वीकृति
-डोरंडा कॉलेज कैंपस स्थित बैंक भवन को ध्वस्त करने की अनुति.
-योगदा कॉलेज के चार प्रयोगशाला सहायक अब बने डेमोंस्टेटर.
– संत जेवियर के 13 शिक्षकों का सीनियर लेक्चरर के पद पर प्रमोशन.
– जेपीएससी की अनुशंसा के आलोक में वीमेंस कॉलेज की डॉ. मीना सहाय बनी प्रोफेसर.
– तीन शिक्षकों को आठ वर्षीय प्रोन्नति योजना के तहत सह प्राध्यापक के पद प्रमोशन.
– आरएलएसवाई कॉलेज के शिक्षक डॉ. शशी शेखर का अवकाश स्वीकृत, करेंगे योगदान.
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